

सीमा पर तैनात बीएसएफ के जवान घुसपैठिए को नहीं रोकने के लिए हैं जिम्मेदार : तृणमूल
मालदह : पाकिस्तानियों को ढूंढो, पकड़ो और वापस भेजो- नारे के साथ भाजपा ने सोमवार को विरोध प्रदर्शन करते हुए डीएम कार्यालय के सामने धरना दिया। दक्षिण मालदह भाजपा अध्यक्ष अजय गांगुली के नेतृत्व में किए गए प्रदर्शन में मांग की गई कि पाकिस्तानी नागरिकों की पहचान की जाए और उन्हें वापस भेजा जाए। उन्होंने आरोप लगाया कि मालदह की कई गलियों में पाकिस्तानी रह रहे हैं। बंगाल की पुलिस यह जानती है। यदि पुलिस सक्रिय हो जाए तो मालदह जिले में भी पाकिस्तानी मिल सकते हैं। भाजपा ने सोमवार को मालदह शहर के पोस्ट ऑफिस चौराहे पर प्रदर्शन किया। गौरतलब है कि सोमवार को पूरे प्रदेश में भाजपा की ओर से डीएम कार्यालय के समीप पाकिस्तानी नागरिकों की पहचान कर उन्हें वापस भेजने की मांग को लेकर यह विरोध प्रदर्शन किया गया।
पुलिस क्यों नहीं खोज रही पाकिस्तानियों को
भाजपा का आरोप है कि भारत और बांग्लादेश की सीमा से लगे मालदह के विभिन्न इलाकों में पाकिस्तानी नागरिक हैं। फिर भी पुलिस उन्हें खोज नहीं रही है। अजय का कहना है कि गृह मंत्रालय ने पूरे भारत में अवैध पाकिस्तानियों की गिरफ्तारी और उन्हें पाकिस्तान सीमा के रास्ते पाकिस्तान भेजने का आदेश दिया है। ऐसी स्थिति में पश्चिम बंगाल सरकार चुप क्यों है। वह पाकिस्तानियों की तलाश क्यों नहीं कर रही है। बंगाल सरकार पाकिस्तानियों को गिरफ्तार नहीं कर रही है, इसलिए वे पाकिस्तानियों को सीमा पार भेजने की व्यवस्था कर रहे हैं। उधर जिला तृणमूल प्रवक्ता आशीष कुंडू ने कहा, सीमा पर तैनात बीएसएफ के जवान घुसपैठिए को नहीं रोकने के लिए जिम्मेदार हैं। क्योंकि, केंद्र सरकार बीएसएफ को नियंत्रित करती है। इसका नियंत्रण गृह विभाग द्वारा किया जाता है।
भाजपा वाले बिना आधार के लगा रहे आरोप
भाजपा वाले बिना आधार के कह रहे हैं कि बंगाल पाकिस्तानियों से भरा हुआ है। अगर यह सच्च है सीमा पर तैनात बीएसएफ या विभिन्न सुरक्षा बलों के प्रभारी क्या कर रहे थे? उनका कहना है कि राज्य में किसी भी अप्रिय घटना के लिए पश्चिम बंगाल सरकार जिम्मेदार है। लेकिन देश में आने वाले किसी भी विदेशी के लिए केंद्र सरकार पूरी तरह जिम्मेदार है। बंगाल सरकार की आलोचना करने से पहले भाजपा नेताओं को केंद्र सरकार की गलती पता ठीक से कर लेना चाहिए।