

प्रगति, सन्मार्ग संवाददाता
कोलकाता : अगले एकेडमिक साल से गर्मी की छुट्टियां कम हो रही हैं। पश्चिम बंगाल माध्यमिक शिक्षा संसद ने 2026 के लिए छुट्टियों का सालाना कैलेंडर जारी कर दिया है। इसमें देखा जा रहा है कि पिछले साल के मुकाबले इस वर्ष गर्मी की छुट्टियां 5 दिन कम कर दी गई हैं। ऐसे में सवाल यह उठ रहा है कि गर्मी की छुट्टियां क्यों कम की गईं हैं। टीचर्स की शिकायत है कि राज्य में गर्मी की छुट्टियां कम करना एक अनरियलिस्टिक प्लान है। पिछले कुछ सालों से देखा गया है कि हीट वेब या बहुत ज्यादा गर्मी की वजह से स्कूलों को गर्मी की छुट्टियां पहले देनी पड़ रही हैं। देखा जाता है कि छुट्टियां 25-30 दिन तक जारी रहती हैं। बोर्ड द्वारा जारी लिस्ट के मुताबिक गर्मी की छुट्टियां 11 से 16 मई, 2026 तक दी गई हैं। इस बारे में नारायणदास बांगुर स्कूल के प्रिंसिपल संजय बरुआ ने कहा कि इस साल 11 दिन की छुट्टियां थीं, मगर अगले वर्ष मात्र 6 दिन की छुट्टियां हैं। टीचर्स संगठनों का आरोप है कि बिना प्लान के छुट्टियों की घोषणा की गई है। टीचर्स संगठनों का कहना है कि जिन दिनों को संलिब्रेट किया जाना है, उन्हें भी छुट्टियों के तौर पर मार्क किया गया है। कुछ छुट्टियां एक दिन पहले ही घोषित कर दी गई हैं, जो पहले नहीं होती थीं। बंगीय टीचर्स एंड एजुकेशन वर्कर्स एसोसिएशन के जनरल सेक्रेटरी स्वपन मंडल ने कहा कि पहले स्कूलों को साल भर में 80 दिन की छुट्टी दी जाती थी। किसी किसी त्योहार पर अतिरिक्त छुट्टियांं दी गई हैं, जिसकी जरूरत भी नहीं थी। गर्मी की छुट्टियों के लिए निर्धारित दिन काफी कम हैं।