
सन्मार्ग संवाददाता
कोलकाता : बंगाल के स्कूल अब न केवल छात्रों की थाली में ताजा और पौष्टिक भोजन लाएंगे, बल्कि स्कूल परिसर के आसपास घूमने वाले आवारा कुत्तों के पेट भी भरेंगे। राज्य ने सभी सरकारी और सरकारी सहायता प्राप्त स्कूलों को एक कर्मचारी नियुक्त करने और दोपहर में जानवरों को खाना खिलाने और उनके टीकाकरण की व्यवस्था करने को कहा है। राज्य का मानना है कि इससे बच्चों को सहानुभूति का पाठ मिलेगा और वे जानवरों की देखभाल करना सीखेंगे। पिछले सप्ताह समग्र शिक्षा मिशन द्वारा जारी आदेश में यह भी कहा गया है कि कुत्तों की नसबंदी और टीकाकरण के लिए पशु संसाधन विकास विभाग के कार्यालयों के साथ जिला स्तर पर समन्वय स्थापित किया जाना चाहिए। स्कूल शिक्षा विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि छात्रों को आवारा जानवरों की देखभाल करना सिखाने में इस तरह की प्रथाएं महत्वपूर्ण हैं। कई छात्र कुत्तों को भड़काते हैं, जिससे बच्चों या जानवरों को चोट लग सकती है। जब बच्चे शिक्षकों और स्कूल कर्मचारियों को आवारा जानवरों की देखभाल करते हुए देखेंगे, तो वे जानवरों के प्रति संवेदनशील होंगे।