सन्मार्ग संवाददाता
कोलकाता : सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद लगभग 26,000 शिक्षक व शिक्षा कर्मियों को अपनी नौकरी से हाथ धोना पड़ा है। साथ ही इस वर्ष के अंदर नयी नियुक्तियों का आदेश दिया गया है। स्कूल सेवा आयोग ने उन दिशा-निर्देशों के अनुरूप वर्तमान परीक्षा की तैयारी शुरू कर दी है। अधिसूचना इसी माह जारी कर दी जाएगी। शिक्षा विभाग के अनुसार, कई नियम और विनियम बदल सकते हैं।
अभ्यर्थी ओएमआर शीट पर देंगे परीक्षा
पुराने नियमों के अनुसार अभ्यर्थी ओएमआर शीट पर परीक्षा देंगे। हालांकि इसके साथ कार्बन पेपर भी उपलब्ध कराया जा सकता है। जानकारी के मुताबिक कार्बन प्रतियां परीक्षार्थियों को वापस कर दी जाएंगी। इसके अलावा ओएमआर स्कैन की गई प्रतियों को संरक्षित रखने पर भी विशेष ध्यान दिया जा रहा है, ताकि कोई नयी जटिलता उत्पन्न नहीं हो। आमतौर पर शिक्षक भर्ती पैनल का कार्यकाल एक वर्ष का होता है। बताया जा रहा है कि एसएससी उस अवधि को अगले 6 महीने के लिए बढ़ा सकता है।
साक्षात्कार के नियम में भी हो सकता है बदलाव
यहां तक कि साक्षात्कार के नियम भी बदल सकते हैं। शिक्षा विभाग के सूत्रों के अनुसार नियमों में बदलाव का उद्देश्य भर्ती प्रक्रिया में पारदर्शिता बनाए रखनी है। कोर्ट के आदेश के मुताबिक शिक्षकों को इस वर्ष के अंत यानी 31 दिसंबर तक स्कूल जाना होगा। इसी दौरान एसएससी को फिर से नयी परीक्षाएं आयोजित करनी होंगी।
शिक्षक परीक्षा देने को नहीं हैं तैयार
'योग्य' शिक्षक परीक्षा देने को तैयार नहीं हैं। वे विकास भवन में अपना धरना प्रदर्शन जारी रखे हुए हैं। हालांकि शिक्षा विभाग ने कहा है कि एसएससी को भर्ती प्रक्रिया के लिए नयी व्यवस्था करनी होगी।