

सन्मार्ग संवाददाता
कोलकाता : भीषण गर्मी और लू की स्थिति को देखते हुए स्कूल शिक्षा विभाग ने ग्रीष्मकालीन अवकाश को पहले करने का निर्णय लिया है। इस माह से स्कूलों में ग्रीष्मकालीन अवकाश शुरू करने का निर्णय लिया गया है। राज्य के स्कूलों में गर्मी की छुट्टियां 30 अप्रैल से शुरू हो रही हैं। इसकी घोषणा प्राथमिक शिक्षा परिषद बोर्ड की ओर से शुक्रवार को अधिसूचना जारी कर की गई है।
गर्मी की छुट्टियों का यह आदेश सिर्फ दार्जिलिंग और कलिम्पोंग जिलों में ही प्रभावी नहीं होगा। ये निर्देश उस जिले के स्कूलों में पहले की तरह लागू रहेंगे। ऐसा नहीं है कि गर्मी की छुट्टियां सिर्फ छात्रों के लिए ही होती हैं। इस दौरान शिक्षक और शिक्षाकर्मी भी अवकाश पर रहेंगे। छुट्टी के संबंध में यह निर्णय तब तक प्रभावी रहेगा जब तक संबंधित प्राधिकारी कोई नया निर्णय नहीं ले लेते। अधिसूचना में यह भी निर्देश दिया गया है कि यदि स्कूल बंद रहा तो पाठ्यक्रम पूरा करने में आने वाली समस्याओं का समाधान कैसे किया जाएगा।
बताया गया है कि स्कूल खुलने के बाद अतिरिक्त कक्षाएं लगाकर पाठ्यक्रम पूरा करने की व्यवस्था करनी होगी। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पहले ही कह चुकी हैं कि ग्रीष्मकालीन अवकाश पहले कर दिया जाएगा। 3 अप्रैल को मुख्यमंत्री ने घोषणा की थी कि 30 अप्रैल से सभी स्तरों पर स्कूलों में ग्रीष्मकालीन अवकाश कर दिया जाएगा।
वहीं इसे लेकर बंगीय शिक्षक व शिक्षा कर्मी समिति के महासचिव स्वपन मंडल ने कहा कि सरकार को पहले से ही पता था कि इतनी गर्मी पड़ेगी कि उसे ग्रीष्मकालीन अवकाश अनिश्चित काल के लिए बढ़ाना पड़ा। दरअसल, सरकार को यह एहसास हो गया है कि यदि इतनी बड़ी संख्या में शिक्षक और शिक्षाकर्मी अपनी नौकरी खो देंगे तो स्कूल नहीं चलाए जा सकेंगे। क्या स्कूल अनिश्चित काल के लिए बंद हो गया? यह क्यों नहीं बताया गया कि स्कूल कब खुलेंगे?