

प्रगति, सन्मार्ग संवाददाता
कोलकाता : सेकेंडरी एजुकेशन बोर्ड ने स्कूलों में तीसरी समेटिव परीक्षा (Class 6 से 9) की तारीख छह महीने पहले तय कर दी थी। बोर्ड के अनुसार यह परीक्षा 1 से 10 दिसंबर तक आयोजित होनी थी। हालांकि, बोर्ड की मंजूरी के बावजूद कई सरकारी, एडेड और स्पॉन्सर्ड स्कूलों के साथ-साथ प्राइवेट अनएडेड स्कूलों ने इसे पहले ही शुरू कर दिया।
बोर्ड ने नोटिफिकेशन जारी कर सभी संबंधित स्कूलों को चेतावनी दी है। बोर्ड ने सवाल उठाया है कि अगर परीक्षा 7 से 15 दिन पहले शुरू कर दी गई है, तो स्कूल ने सिलेबस कैसे पूरा किया और शैक्षणिक योजना पर इसका क्या असर पड़ा। बोर्ड ने स्पष्ट किया है कि ऐसे कदम शिक्षण प्रक्रिया और छात्रों की तैयारी को प्रभावित कर सकते हैं।
सेकेंडरी एजुकेशन बोर्ड के प्रेसिडेंट रामानुज गंगोपाध्याय ने बताया कि शिकायतें मिलने के बाद स्कूलों को नोटिस भेजकर चेतावनी दी गई है। जिन स्कूलों ने बोर्ड के निर्देशों का पालन नहीं किया, उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की संभावना है।
गौरतलब है कि राइट टू एजुकेशन एक्ट के तहत प्रत्येक स्कूल में कम से कम 220 दिन स्कूल खुलने चाहिए। लेकिन गर्मी की छुट्टियां और अलग-अलग सरकारी छुट्टियों की वजह से अब यह संख्या घटकर लगभग 180 दिन रह गई है। ऐसे में अगर समेटिव परीक्षा को और आगे बढ़ाया जाता है, तो स्कूल के दिन और कम हो जाएंगे, जिससे छात्रों के सीखने का समय प्रभावित होगा।बोर्ड ने स्कूलों से अनुरोध किया है कि वे तयशुदा शेड्यूल के अनुसार परीक्षा आयोजित करें और छात्रों की पढ़ाई तथा समय प्रबंधन को प्राथमिकता दें। बोर्ड का कहना है कि नियमों का पालन सुनिश्चित करना सभी स्कूलों की जिम्मेदारी है।