सन्मार्ग संवाददाता
कोलकाता : वित्तीय वर्ष 2024-2025 में 31 मार्च तक विद्यालयों के खातों में पुस्तकालय अनुदान के तौर पर 1,00,000 की राशि जमा की गई थी। ऐसे में कई विद्यालय प्रबंधन समितियों ने इस राशि का उपयोग पुस्तकों और फर्नीचर की खरीद के लिए कर लिया था। हालांकि स्कूल शिक्षा आयुक्त द्वारा जून में जारी किए गए एक सर्कुलर के अनुसार विद्यालयों को पुस्तकालय के लिए स्कूल शिक्षा विभाग ने केवल कुछ निर्दिष्ट पुस्तकें खरीदने का निर्देश दिया है, जिनकी कुल लागत 1,00,000 के पूर्ण अनुदान के बराबर नहीं है। पुस्तकों को संग्रहीत करने के लिए अलमारी खरीदने की आवश्यकता को नजरअंदाज कर दिया गया है। इसी संबंध में एडवांस सोसायटी फॉर हेडमास्टर एंड हेडमिस्ट्रेस के जनरल सेक्रेटरी चंदन मैती की ओर से पश्चिम बंगाल स्कूल शिक्षा विभाग के प्रिंसिपल सेक्रेटरी को एक पत्र भेजा गया है। उन्होंने कहा कि पहले ही स्पष्ट दिशानिर्देश प्रदान किया जाना चाहिए था, जिसमें भंडारण बुनियादी ढांचे के लिए विशिष्ट प्रावधान शामिल होने चाहिए थे। स्कूल अब शेष धनराशि के उचित उपयोग को लेकर असमंजस में है, खासकर वे जो पहले ही धनराशि का उपयोग कर चुके हैं। पत्र के माध्यम से अनुरोध किया गया है कि उक्त आदेश को सुधारने या स्पष्ट करने के लिए हस्तक्षेप किया जाए।