सन्मार्ग संवाददाता
कोलकाता : उच्च माध्यमिक के पोस्ट पब्लिकेशन स्क्रूटनी (पीपीएस) और पोस्ट पब्लिकेशन रिव्यू (पीपीआर) के नतीजे प्रकाशित हो गए हैं। इसमें लगभग 7 हजार से अधिक विद्यार्थियों ने अपने अंक 1 से 10 तक बढ़वाए हैं। हालांकि शिक्षा संसद के अनुसार तकनीकी गड़बड़ी के कारण विद्यार्थी तुरंत परिणाम नहीं देख पाए, मगर यह समस्या जल्द ही दूर कर ली गयी।
स्क्रूटनी और रिव्यू के लिए कितने आवेदन किये गये थे
स्क्रूटनी और रिव्यू के लिए कुल 42,524 आवेदन जमा हुए थे। इनमें कुल 7,701 में बदलाव हुआ है। 34,823 के रिजल्ट में कोई बदलाव नहीं हुआ है। स्क्रूटनी के लिए 24,630 लोगों ने आवेदन जमा किया था, जिनमें 3,721 के अंक बदल गए हैं। 20,909 लोगों के रिजल्ट में कोई बदलाव नहीं हुआ है। रिव्यू के लिए 17,894 आवेदन जमा हुए थे। 3,980 के अंक बदल गए हैं और 13,914 लोगों के रिजल्ट में कोई बदलाव नहीं हुआ है।
कितने छात्रों का कितना अंक बढ़ा?
7,701 छात्रों में से 7,326 का 1 से 10 अंक तक बढ़ा है। 348 छात्रों के अंक 11 से 20 तक बढ़े हैं। 18 छात्रों का 21 से 30 और 9 छात्रों का 31 से अधिक अंक बढ़ा है। संसद सूत्रों के अनुसार स्कूलों को 5 जून तक छात्रों की पुरानी मार्कशीट संसद में जमा करनी होगी। पीपीएस और पीपीआर की तत्कालीन प्रक्रिया का रिजल्ट 14 मई को प्रकाशित हुआ था जहां 98 छात्रों के 1 से 20 अंक तक की वृद्धि हुई थी। वहीं 12 छात्रों के 21 से 30 अंक और 20 छात्रों के 31 अंक तक की वृद्धि हुई थी। पीपीएस-पीपीआर में कुल 2,689 छात्रों के अंक बढ़े।
मेरिट सूची में जूड़ा एक और नाम
छात्रों के अंक बढ़ने से मेरिट सूची में भी बदलाव हुआ है। इस साल मेरिट सूची में टॉप 10 में कुल 72 छात्र थे, लेकिन पीपीएस-पीपीआर के नतीजे घोषित होने के बाद एक और छात्रा का नाम इस सूची में जुड़ गया है। पहले सूची में उसका रैंक 11वां था। समीक्षा के बाद उसके अंक बढ़कर 487 से 489 हो गया है, जिससे मेरिट सूची में उसका नाम 9वें स्थान पर जुड़ गया है।