सन्मार्ग संवाददाता
कोलकाता : पर्यावरण के प्रति जागरुकता बढ़ाने और सरकारी नौकरियों की तैयारी में मदद के लिए 11वीं और 12वीं कक्षा के पाठ्यक्रम में नये विषय शामिल किये गये हैं। अब विज्ञान विभाग के छात्रों को पर्यावरण विज्ञान नामक विषय का अध्ययन करने का अवसर मिलेगा। शिक्षा मंत्री ब्रात्य बसु ने अपने एक्स हैंडल पर इस पर प्रतिक्रिया दी है।
शिक्षा मंत्री ने एक्स हैंडल पर लिखा
शिक्षा मंत्री ने लिखा है कि उच्च माध्यमिक शिक्षा संसद अब 11वीं कक्षा के पाठ्यक्रम में पर्यावरण विज्ञान को शामिल कर रही है, जो एक प्रैक्टिकल आधारित विषय है। यह विषय छात्रों को स्नातकोत्तर स्तर और शोध क्षेत्र में अवसर प्राप्त करने में मदद करेगा। इसके अलावा यह पीएससी, सीएससी जैसे विभिन्न क्षेत्रों सहित राज्य और केंद्र सरकार की नौकरियों को प्राप्त करने में भी मदद करेगा। इससे पहले, पर्यावरण अध्ययन कक्षा 11 और 12 में आर्ट्स, कॉमर्स और साइंस के विद्यार्थियों को पढ़ाया जाता था। हालांकि वर्तमान में केवल आर्ट्स और कॉमर्स के विद्यार्थी ही इस विषय का अध्ययन कर सकते हैं।
क्या कहा शिक्षा संसद के अध्यक्ष ने
इस संबंध में उच्च माध्यमिक शिक्षा संसद के अध्यक्ष चिरंजीव भट्टाचार्य ने कहा कि यह विषय प्रैक्टिकल आधारित है। छात्रों को प्रयोगशाला के अतिरिक्त प्रत्यक्ष प्रैक्टिकल पाठ भी उपलब्ध कराए जाएंगे। इसके अलावा उन्हें विभिन्न प्रकार के शोध कार्य भी करने होंगे। उन्होंने यह भी कहा कि स्कूल में पर्यावरण विज्ञान की पढ़ाई कर चुके शिक्षक यह विषय पढ़ाएंगे। इसके अलावा बायोलॉजी और केमिस्ट्री के शिक्षक भी संबंधित विषय पढ़ा सकेंगे।