जेयू का 68वां कॉन्वोकेशन सेरेमनी संपन्न, उठा स्टूडेंट यूनियन चुनाव का मुद्दा

तीन साल बाद आयोजित हुआ कॉन्वोकेशन सेरेमनी 2,447 ग्रेजुएट्स, 1,669 पोस्ट ग्रेजुएट्स और 373 PhD स्कॉलर्स को दिया गया सर्टिफिकेट
जेयू का 68वां कॉन्वोकेशन सेरेमनी संपन्न, उठा स्टूडेंट यूनियन चुनाव का मुद्दा
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प्रगति, सन्मार्ग संवाददाता

कोलकाता : जादवपुर यूनिवर्सिटी (जेयू) में तीन साल बाद बुधवार काे 68वां कॉन्वोकेशन सेरेमनी आयोजित किया गया। हालांकि प्रोग्राम शुरू होने से पहले ही स्टूडेंट यूनियन चुनाव का मुद्दा उठ गया। यूनिवर्सिटी कैंपस में स्टूडेंट यूनियन और ICC चुनाव तुरंत कराने की मांग को लेकर प्रोटेस्ट शुरू हो गया। स्टूडेंट्स का एक ग्रुप कॉन्वोकेशन सेरेमनी के लिए बने स्टेज के बाहर प्रोटेस्ट करने लगा। तब तक चांसलर और गवर्नर सीवी आनंद बोस आ गए और कॉन्वोकेशन सेरेमनी तय समय पर शुरू हुई। हालांकि इस दौरान भी SFI का प्रोटेस्ट जारी रहा। आरोप लगाया गया कि चार साल बाद परमानेंट वाइस-चांसलर ने काम संभाल लिया है, लेकिन अब भी कई जरूरी पोस्ट पर परमानेंट स्टाफ और ऑफिसर की नियुक्ती नहीं की गई है। ICC चुनावों के अलावा, स्टूडेंट्स की शिकायतों की लिस्ट में कई इंफ्रास्ट्रक्चर की समस्याएं भी शामिल थीं। कहा गया कि जेयू में क्लासरूम और लैब की हालत काफी चिंताजनक है। कई डिपार्टमेंट में रेगुलर क्लास नहीं हो रही हैं, लैब में काफी इक्विपमेंट नहीं हैं। इस वजह से स्टूडेंट्स को पढ़ाई में काफी दिक्कतें आ रही हैं। उन्होंने सिक्योरिटी सिस्टम की कमजोरी को भी हाईलाइट किया। आरोप है कि कई जगहों पर काफी सिक्योरिटी गार्ड नहीं हैं, इस वजह से स्टूडेंट्स को लगता है कि कैंपस में सिक्योरिटी बढ़ाना जरूरी है। ऑर्गनाइजेशन ने आरोप लगाया कि यूनिवर्सिटी के अलग-अलग सेक्टर को राज्य और केंद्र से मिलने वाली ग्रांट रोक दी गई है। हालांकि, विरोध के बावजूद यूनिवर्सिटी के नियमों के मुताबिक ही कॉन्वोकेशन प्रोग्राम हुआ। इस दौरान 2022 के बाद 2025 में स्टूडेंट्स और रिसर्चर्स को परमानेंट वाइस-चांसलर से सर्टिफिकेट मिला। इस साल 2,447 ग्रेजुएट्स, 1,669 पोस्ट ग्रेजुएट्स और 373 PhD स्कॉलर्स को सर्टिफिकेट दिए गए।

क्या कहा सी.वी. आनंद बोस ने?

बुधवार को दीक्षांत समारोह खत्म होने के बाद चांसलर, गवर्नर सी.वी. आनंद बोस SFI के प्रतिनिधियों से मिले। उन्होंने भरोसा दिलाया कि वे स्टूडेंट चुनाव के मुद्दे पर गंभीरता से विचार करेंगे। इस बारे में गवर्नर ने कहा कि विरोध स्टूडेंट्स का डेमोक्रेटिक अधिकार है। मुझे एक मेमोरेंडम दिया गया है, मैं अगले कदम पर फैसला करूंगा। उन्होंने पिछले दो वर्षों में जेयू के दीक्षांत समारोह में अपनी अनुपस्थिति का कारण बताते हुए कहा, ‘विश्वविद्यालय को पूर्णकालिक कुलपति के नेतृत्व में एक नयी दिशा मिल रही है। पिछले दो वर्षों में कोई पूर्णकालिक कुलपति नहीं था, इसलिए दीक्षांत समारोह का कोई महत्व नहीं था। गवर्नर ने इस दिन ऐलान किया कि हर साल यूनिवर्सिटी के सात लोगों को गवर्नर एक्सीलेंस अवॉर्ड दिया जाएगा। अवॉर्ड की रकम 25,000 रुपये होगी और एक सर्टिफिकेट दिया जाएगा। दो बेस्ट अंडरग्रेजुएट और पोस्टग्रेजुएट स्टूडेंट, दो बेस्ट फीमेल स्टूडेंट, बेस्ट टीचर, बेस्ट एजुकेशन वर्कर और बेस्ट एडमिनिस्ट्रेटर को अवॉर्ड दिया जाएगा।

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