

सन्मार्ग संवाददाता
कोलकाता : इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय (इग्नू) देश का पहला केंद्रीय विश्वविद्यालय है, जो 'पैरालीगल प्रैक्टिस' पर पाठ्यक्रम शुरू करने जा रहा है। हाल ही में विश्वविद्यालय द्वारा जारी एक अधिसूचना के माध्यम से इसकी घोषणा की गई। यह पाठ्यक्रम भारतीय न्यायिक प्रणाली से संबंधित सभी विवरण प्रदान करने के लिए आयोजित किया जाएगा। यह पाठ्यक्रम न केवल छात्रों को विभिन्न पैरालीगल विषयों की शिक्षा देगा बल्कि उन्हें भारतीय कानूनी प्रणाली में उपलब्ध विभिन्न अवसरों से भी अवगत कराएगा। पाठ्यक्रम में यह भी सिखाया जाएगा कि विभिन्न कानूनों और न्यायिक प्रणाली के पहलुओं की आवश्यकता को समझते हुए, उन्हें कैसे लागू किया जाए। परिणामस्वरूप संबंधित छात्र न केवल स्वयं को बल्कि दूसरों को भी कानूनी सहायता प्रदान करने में मदद कर सकेंगे। जिन लोगों ने उच्च माध्यमिक या समकक्ष परीक्षा उत्तीर्ण की है, वे इस पाठ्यक्रम में प्रवेश के लिए आवेदन कर सकते हैं। स्नातक कर रहे स्टूडेंट्स इस पाठ्यक्रम को करके पैरालीगल या कानूनी सहायक के रूप में अपना कैरियर बनाने का विकल्प चुन सकते हैं। इच्छुक अभ्यर्थी विश्वविद्यालय की वेबसाइट पर जाकर सभी दस्तावेजों के साथ अपना आवेदन जमा कर सकते हैं। जानकारी के अनुसार इसमें आवेदन करने की अंतिम तारीख शुक्रवार यानी 31 जनवरी है। इस मामले से संबंधित अन्य जानकारी अधिसूचना में उपलब्ध है।