उच्च माध्यमिक शिक्षा संसद पहली बार करेगा कॅरियर मार्गदर्शन कक्षाएं आयोजित

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सन्मार्ग संवाददाता

कोलकाता : इस वर्ष के माध्यमिक एवं उच्च माध्यमिक के परिणाम प्रकाशित हो चुके हैं। इस बीच उच्च माध्यमिक शिक्षा संसद ने बड़ा ऐलान किया है। संसद ने ऑल इंडिया लेवल की प्रतियोगी परीक्षा के बजाय पश्चिम बंगाल संयुक्त प्रवेश परीक्षा (डब्ल्यूबीजेईई) में विज्ञान के छात्रों के बीच रुचि बढ़ाने की पहल की है। उच्च माध्यमिक शिक्षा संसद पहली बार प्रदेश के विद्यार्थियों के लिए कॅरियर मार्गदर्शन कक्षाएं शुरू करने जा रही है। जिसका औपचारिक नाम 'प्रतियोगी मार्गदर्शन कार्यक्रम' है। संसद उन छात्रों को विशेष प्रशिक्षण प्रदान करेगी, जो भविष्य में इंजीनियरिंग और फार्मेसी में अपना करियर बनाना चाहते हैं, या डॉक्टर बनना चाहते हैं। राज्य में संसद के अंतर्गत लगभग 7,000 स्कूल हैं। इसमें से 50% प्रशिक्षण स्कूलों में विज्ञान के विद्यार्थियों को दिया जाएगा। यह कैरियर मार्गदर्शन सोमवार यानी 12 मई से शुरू होगा और 4 जून तक जारी रहेगा। प्रशिक्षण कक्षाएं ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों तरह से आयोजित की जाएगी। कोलकाता, 24 परगना, हावड़ा, हुगली और आस पास के जिलों के छात्रों को उच्च माध्यमिक शिक्षा संसद के कार्यालय में यह प्रशिक्षण दिया जाएगा। वहीं शेष जिलों में छात्रों को ऑनलाइन प्रशिक्षण दिया जाएगा।

क्या कहा सचिव ने

उच्च माध्यमिक शिक्षा संसद की सचिव प्रियदर्शिनी मल्लिक ने कहा कि हमारा मुख्य लक्ष्य यह सुनिश्चित करना है कि विज्ञान के छात्र राज्य संयुक्त परीक्षा में अच्छा प्रदर्शन करें और भविष्य में सफल इंजीनियर बनें। प्रशिक्षण के दौरान प्रतिदिन कक्षा के बाद मॉक टेस्ट लिया जाएगा। प्रतिदिन चार से साढ़े चार घंटे की कक्षाएं होंगी। संसद प्रत्येक विषय के लिए तीन शिक्षकों के साथ ये कक्षाएं संचालित करेगी। कक्षा में प्रत्येक विषय के लिए विशिष्ट मॉड्यूल पढ़ाए जाएंगे। राज्य संयुक्त परीक्षा की तर्ज पर मॉक टेस्ट भी आयोजित किए जाएंगे। विद्यार्थियों के परिणाम भी प्रतिदिन एक घंटे के भीतर घोषित किये जायेंगे। शिक्षा संसद ने प्रशिक्षण में भाग लेने के लिए राज्य के स्कूलों के प्रधानाचार्यों से पहले ही संपर्क कर लिया है।

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