सन्मार्ग संवाददाता
कोलकाता : विद्युत मंत्रालय के तहत महारत्न पीएसयू, पावर ग्रिड कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड (पावरग्रिड) ने अपनी कॉर्पोरेट सामाजिक जिम्मेदारी (सीएसआर) पहल के तहत प्रेसीडेंसी विश्वविद्यालय के रसायन विज्ञान विभाग में एफटीआईआर स्पेक्ट्रोमीटर को सौंप दिया है। कुल 18.88 लाख रुपये की लागत से शुरू की गई यह परियोजना प्रयोगशाला के बुनियादी ढांचे के आधुनिकीकरण पर केंद्रित है। एफटीआईआर स्पेक्ट्रोमीटर छात्रों को यह पता लगाकर मॉलिक्यूलर स्ट्रक्चर्स का विश्लेषण करने में मदद करता है कि अवरक्त विकिरण रासायनिक बंधनों के साथ कैसे संपर्क करता है। यह यौगिकों की पहचान, प्रतिक्रियाओं की निगरानी और सामग्रियों के लक्षण का विश्लेषण करने में सक्षम बनाता है। यह व्यावहारिक उपकरण रसायन विज्ञान की अवधारणाओं की समझ को बढ़ाता है, फार्मास्यूटिकल्स और पर्यावरण विज्ञान जैसे क्षेत्रों में उन्नत शोध का समर्थन करता है और छात्रों को व्यावहारिक विश्लेषणात्मक कौशल के साथ विज्ञान और उद्योग में करियर के लिए तैयार करता है। कोलकाता के प्रेसीडेंसी विश्वविद्यालय के परिसर में हैंडओवर समारोह आयोजित किया गया, जो पावरग्रिड और प्रेसीडेंसी विश्वविद्यालय के बीच पहले हस्ताक्षरित समझौता ज्ञापन (एमओयू) की सफल परिणति को चिह्नित करता है। इस कार्यक्रम में अशोक कुमार नाइक, सीजीएम (आई/सी), प्रशांत कुमार, महाप्रबंधक (एचआर), पूर्वी क्षेत्र 2, पावरग्रिड; डॉ देबज्योति कोनार, रजिस्ट्रार, प्रेसीडेंसी विश्वविद्यालय, प्रो. अर्नब हलदर, विभागाध्यक्ष (रसायन विज्ञान), प्रेसीडेंसी विश्वविद्यालय और ख्वाजा मोइनुल हक, सहायक परीक्षा नियंत्रक, प्रेसीडेंसी विश्वविद्यालय के साथ ही पावरग्रिड और प्रेसीडेंसी विश्वविद्यालय दोनों के अन्य प्रतिनिधियों सहित प्रतिष्ठित गणमान्य व्यक्तियों ने भाग लिया। इस अवसर पर पावरग्रिड के प्रतिनिधियों ने देश भर में उच्च शिक्षा का समर्थन करने और तकनीकी नवाचार को बढ़ावा देने के लिए संगठन की प्रतिबद्धता को दोहराया। यह पहल, प्रभावशाली सीएसआर हस्तक्षेपों के माध्यम से राष्ट्रीय विकास में योगदान देने के पावरग्रिड के व्यापक दृष्टिकोण के अनुरूप है, जो संस्थानों को सशक्त बनाता है।