

सन्मार्ग संवाददाता
कोलकाता : राज्य के कॉलेजों और विश्वविद्यालयों में स्नातक कक्षाएं इस साल शुक्रवार से शुरू हो गईं। पहले चरण में 2 लाख 25 हजार से अधिक छात्रों ने दाखिला लिया है। कोलकाता के लेडी ब्रेबोर्न और आशुतोष जैसे कॉलेजों में एक हजार से भी कम छात्रों ने प्रवेश लिया। पहले चरण में 4 लाख 2 हजार 557 सीटों के लिए 3 लाख 59 हजार 768 छात्रों ने आवेदन किया था। इनमें से सूची में शामिल लगभग 2 लाख 32 हजार छात्रों ने पहले चरण में प्रवेश लेने में रुचि दिखाई। उनमें से 2 लाख 25 हजार 825 को कॉलेज में प्रवेश दिया गया यानी लगभग 7000 छात्रों ने पहले चरण में आवेदन करने के बाद प्रवेश नहीं लिया।
नतीजतन, कुल मिलाकर पहले चरण में लगभग 1 लाख 80 हजार सीटें खाली रह गईं। कोलकाता में सबसे ज्यादा छात्रों को बंगबासी कॉलेज में प्रवेश मिला है। इस कॉलेज की प्रिंसिपल हिमाद्री भट्टाचार्य चट्टोपाध्याय ने कहा कि हमारे कॉलेज में पहले चरण में 1 हजार से ज़्यादा छात्रों को दाखिला दिया गया। हालांकि, पहले चरण में दाखिले की संख्या हमारी कुल सीटों की तुलना में बहुत कम है। कई सीटें खाली रह जाएंगी। सुरेंद्रनाथ कॉलेज में सीटों की संख्या 3000 से ज्यादा है। पहले चरण में 1050 छात्रों को दाखिला दिया गया था।
दक्षिण कोलकाता के सबसे प्रतिष्ठित कॉलेजों में से एक आशुतोष कॉलेज में सीटों की संख्या 3033 है जिनमें केवल 911 छात्रों को दाखिला मिला है। 86 साल पुराने पारंपरिक महिला कॉलेज, लेडी ब्रेबोर्न के कला और विज्ञान विभाग में कुल सीटों की संख्या 629 है। वहां अब भी 235 छात्रों को दाखिला मिला है। पहले चरण में मेरिट लिस्ट से दाखिले के लिए 2,31,760 लोगों ने आवेदन किया था।
इनमें से कॉलेज ने सत्यापन के दौरान गलत नंबर, कैटेगरी और अनुपस्थिति के कारण लगभग 4,000 आवेदकों के नाम रद्द कर दिये हैं। वहीं, लगभग दो हजार छात्रों ने खुद ही अपना दाखिला रद्द कर दिया है। ये खाली सीटें अपग्रेड राउंड में जाएंगी। पहले चरण में दाखिले का अपग्रेड राउंड रविवार से शुरू हो रहा है। इस चरण में दाखिले की सीटों का वितरण और सत्यापन 9 सितंबर तक चलेगा।