

सन्मार्ग संवाददाता
कोलकाता : यदि कोई छात्र पुरानी प्रणाली के तहत उच्च माध्यमिक परीक्षा में अनुत्तीर्ण हो जाता है, तो उसे उसी वर्ष नई प्रणाली के तहत यानी सेमेस्टर सिस्टम में परीक्षा देने का अवसर मिलेगा। छात्र को नियमित अभ्यर्थी के रूप में उच्च माध्यमिक सेमेस्टर में बैठने का अवसर मिलेगा। यह निर्णय उच्च माध्यमिक शिक्षा संसद द्वारा लिया गया है।
क्या कहा उच्च माध्यमिक शिक्षा संसद के अध्यक्ष ने
उच्च माध्यमिक शिक्षा संसद के अध्यक्ष चिरंजीव भट्टाचार्य ने कहा कि यह पूरी तरह से छात्रों पर निर्भर है। वे चाहें तो सेमेस्टर प्रणाली के माध्यम से एनरॉल करा सकते हैं, या नहीं भी करा सकते हैं। पूरी प्रक्रिया छात्र स्वयं ऑनलाइन पूरी कर सकते हैं। 25 अप्रैल से 31 मई तक यह आवेदन ऑनलाइन जमा किया जा सकता है। उन्हें संसद की वेबसाइट पर जाकर 'विकल्प फॉर्म' भरकर आवेदन प्रक्रिया पूरी करनी होगी। इस मामले में छात्रों की प्रैक्टिकल परीक्षा के विषयों को भी सेमेस्टर प्रणाली में लाया जाएगा। उच्च माध्यमिक शिक्षा में 2024 से सेमेस्टर प्रणाली लागू की गई है। हालांकि अगर छात्र इस सेमेस्टर प्रणाली में अध्ययन नहीं करना चाहते हैं, तो कोई समस्या नहीं है। शिक्षा संसद के निर्णय के अनुसार कोई भी छात्र चाहे तो बिना 'विकल्प फार्म' भरे पुरानी व्यवस्था से पढ़ाई कर सकता है।