सन्मार्ग संवाददाता
कोलकाता : कलकत्ता विश्वविद्यालय के 16 छात्रावासों की स्थिति की जांच के लिए एक विशेष पहल की जा रही है। विश्वविद्यालय के इंजीनियरिंग विभाग के अधिकारी प्रत्येक छात्रावास की स्थिति की जांच करेंगे। इस काम में जादवपुर विश्वविद्यालय के सिविल इंजीनियरिंग विभाग के प्रोफेसर उनकी मदद करेंगे। जानकारी के अनुसार विश्वविद्यालय के जीर्णोद्धार कार्य की निगरानी के लिए एक सलाहकार समिति बनाई जाएगी। उस समिति में जादवपुर विश्वविद्यालय के सिविल इंजीनियरिंग विभाग के प्रोफेसर भी होंगे। हालांकि, कलकत्ता विश्वविद्यालय ने यह भी बताया है कि बीडन रो स्ट्रीट स्थित छात्रावास की रेलिंग क्यों गिरी। इसकी जांच के लिए एक फैक्ट फाइंडिंग कमेटी बनाई जाएगी।
इंजीनियर जांच करेंगे कि छात्रावास में किस तरह के जीर्णोद्धार की है जरूरत
इसके अलावा इंजीनियर यह जांच करेंगे कि प्रत्येक छात्रावास में किस तरह के बुनियादी ढांचे के जीर्णोद्धार की जरूरत है। समस्याओं की सूची तैयार कर उस पर रिपोर्ट तैयार की जाएगी। उस रिपोर्ट के आधार पर छात्रावासों में जीर्णोद्धार का काम शुरू किया जाएगा। गौरतलब है कि विश्वविद्यालय के अधिकांश छात्रावास 50 साल से अधिक पुराने हैं। विश्वविद्यालय प्रशासन जल्द ही इस बात पर चर्चा करेगा कि उन छात्रावासों में किस तरह की समस्याएं हैं और उनका समाधान कैसे किया जाए। मालूम हो कि सीयू के छात्रावास में हुई घटना के बाद 75 छात्रों को सुरक्षित रखने के लिए उन्हें तुरंत दूसरे स्थान पर शिफ्ट कर दिया गया है। शुक्रवार की रात बीडन रो स्ट्रीट स्थित छात्रावास की दूसरी मंजिल पर एक कमरे की रेलिंग गिर गई। ऐसे में इंजीनियरों की सलाह पर विश्वविद्यालय प्रशासन ने छात्रावास को खाली करा दिया और छात्रों के लिए दूसरे छात्रावासों में रहने की व्यवस्था की।