
सन्मार्ग संवाददाता
कोलकाता : कसबा में हुई घटना के बाद महानगर के अन्य काॅलेजों में भी सुरक्षा व्यवस्था की ओर ध्यान दिया जा रहा है। आरजी कर के बाद कस्बा के लॉ कॉलेज में हुई घटना ने लोगों का दिल दहला दिया है। एक बार फिर महानगर में जस्टिस के नारे गूंज रहे हैं। इस घटना के बाद लोगों का एक वर्ग लड़कियाें की सुरक्षा पर सवाल खड़े कर रहा है।
क्या लड़कियां कॉलेजों और कार्यस्थलों पर भी नहीं हैं सुरक्षित?
लोगों का सवाल है कि जब लड़कियां कॉलेजों या अपने कार्यस्थल पर सुरक्षित नहीं हैं, तो वे कहां सुरक्षित हैं। इस घटना को देखते हुए महानगर के कई अन्य काॅलेजों में भी सुरक्षा व्यवस्था को और बढ़ाया जा रहा है। महानगर के कुछ कॉलेजों में तो पूर्व छात्रों के एन्ट्री तक पर राेक लगा दी गयी है। हालांकि कई कॉलेजों की ओर से कहा गया है कि उनके संस्थान में पहले से ही छात्राओं की सुरक्षा को लेकर पूरा ध्यान दिया जाता है।
क्या कहा गया स्कूल मैनेजमेंट की ओर से? इस संबंध में भवानीपुर एजुकेशन सोसाइटी की हिंदी की लेक्चरर डॉ. वसुंधरा मिश्रा ने बताया कि कसबा में हुई घटना के बारे में सुनकर काफी दुख हुआ। उन्होंने कहा कि पहले से ही हमारे काॅलेज में छात्राओं की सुरक्षा पर पूरा ध्यान दिया जाता है। हर गेट पर पर्याप्त सुरक्षा कर्मी तैनात रहते हैं और हर प्रवेश करने वाले व्यक्ति की पूर्ण जांच के बाद ही उन्हें कॉलेज परिसर में प्रवेश करने दिया जाता है। इसके अलावा हर जगह सीसीटीवी लगाये गये हैं। हालांकि इस घटना के बाद और भी सतर्क रहा जाएगा। सेंट जेवियर्स यूनिवर्सिटी के एक अधिकारी की ओर से कहा गया कि हमारे कॉलेज में सुरक्षा व्यवस्था काफी ज्यादा सख्त है। छात्राओं की सुरक्षा को लेकर पूरा ध्यान दिया जाता है।