
सन्मार्ग संवाददाता
कोलकाता : सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद नौकरी गंवाए ‘योग्य’ शिक्षकों के एक समूह ने बुधवार को न्याय, पारदर्शिता तथा पुन: परीक्षा से छूट की मांग करते हुए एक रैली निकाली। यह रैली करुणामयी से साॅल्टलेक स्थित विकास भवन तक निकाली गयी। इस दौरान प्रदर्शनकारी शिक्षकों ने कहा कि यह रैली ‘भ्रष्टाचार को छिपाने की साजिश’ के खिलाफ निकाली गई है। प्रदर्शनकारियों ने आरोप लगाया कि वे एसएससी और राज्य सरकार की साजिश के शिकार हैं। उन्होंने कहा कि उन्होंने एक वैध चयन प्रक्रिया के माध्यम से अपनी नौकरी हासिल की थी और जांच में वे किसी भी भ्रष्टाचार घोटाले में शामिल नहीं पाये गये। इस दौरान विकास भवन के पास भारी संख्या में पुलिसकर्मी तैनात किये गये थे। एक प्रदर्शनकारी ने कहा कि हम परीक्षा में बैठने से नहीं डरते, लेकिन जब हम दागी नहीं हैं, तो हम क्यों परीक्षा में बैठें। आंदोलनकारी शिक्षकों ने ओएमआर शीट के मिरर इमेज तत्काल जारी करने की अपनी मांग दोहराई। उन्होंने दावा किया कि एसएससी और राज्य सरकार द्वारा नियुक्त किये गये 15,203 बेदाग शिक्षकों की सूची जारी की जाए ताकि उन्हें बिना पुनर्परीक्षा प्रक्रिया के अपनी नौकरी वापस मिल सके।