सन्मार्ग संवाददाता
कोलकाता : गुरुवार को करुणामयी से एसएससी भवन तक 'योग्य शिक्षक अधिकार मंच' की ओर से जुलूस निकाला गया। इस दौरान 'योग्य' शिक्षकों ने कहा कि अगर उनकी मांगें नहीं मानी गई, तो वे फिर से धरना देंगे और एसएससी भवन के सामने अगला कार्यक्रम घोषित किया जाएगा। शिक्षा विभाग के सूत्रों के अनुसार एसएससी कार्यालय के सामने जमावड़ा और घेराव सुप्रीम कोर्ट के आदेशों के क्रियान्वयन में बाधा बन रहा है। शिक्षकों को कोर्ट के आदेशानुसार निर्धारित स्थान पर ही जाना होगा। बताया गया है कि ज्ञापन सौंपने और बातचीत के लिए 8 प्रतिनिधियों को अंदर जाने की अनुमति दी जाएगी। जानकारी के अनुसार शिक्षक कई मांगों को लेकर ज्ञापन सौंपेंगे। आंदोलन के एक चेहरे चिन्मय मंडल ने साफ कर दिया है कि पढ़ाई कर सकते हैं तो ही परीक्षा देनी होगी, यह ठीक नहीं है। राज्य के शिक्षा मंत्री ब्रत्य बसु ने बुधवार को कहा था कि बहुत से लोग परीक्षा में बैठना चाहते हैं, लेकिन उन्हें उन लोगों की जानकारी नहीं है जो नहीं बैठना चाहते हैं। हालांकि, 'योग्य' शिक्षकों के एक बड़े वर्ग ने इसका विरोध किया है। उनका दावा है कि नए सिरे से योग्यता परीक्षा आयोजित करना संभव नहीं है। शिक्षा मंत्री के बयान के जवाब में चिन्मय ने आरोप लगाया कि सरकार समीक्षा याचिका के बारे में जोर-शोर से बात नहीं कर रही है।