

अक्सर पचास साल की उम्र के बाद हम नाम, अंक, सामान कहां रखा है इसे भूल जाते हैं और अपनी मेमरी कम होने की शिकायत करते हैं। इसका अर्थ यह नहीं कि यह कोई मेमरी प्राॅब्लम है। अधिकतर फोकस न होना, ध्यान कहीं और होना ही इसकी वजह होता है।
अगर समय रहते इस समस्या पर ध्यान दिया जाए तो यह प्राॅब्लम नहीं होगी। मेमरी का फंडा है रेकार्ड,स्टोर और रीप्ले। अगर कोई चीज रेकार्ड ही नहीं हुई, स्टोर कैसे होगी और फिर री-प्ले कैसे होगी। अगर हम किसी भी चीज को याद रखना चाहते हैं तो पूरा फोकस उस पर करें, गौर से सुनें, देेंखे और दिमाग में उसे बिठाएं, तब वह आपके दिमाग से निकलेगी ही नहीं।
ऐसे करें अपनी मेमरी तेज
-शरीर के साथ साथ दिमागी रूप से भी एक्टिव रहें।
जैसे शरीर को स्वस्थ रखने के लिए हम व्यायाम करते हैं उसी प्रकार दिमाग के लिए मेंटल एक्सरसाइज करें। दिमाग का काम सेल्स के साथ कम्यूनिकेट करना है, उसी प्रकार दिल का काम शरीर को ब्लड सप्लाई करना है। इसलिए सेल्स और ब्रेन का कनेक्शन हेल्दी होना आवश्यक है ताकि सिग्नल उतनी तेजी से काम करें।
-दिमाग को दुरुस्त रखने के लिए पजल्स, क्राॅसवडर्स, सुडोकू नियमित रूप से साॅल्व करें। मित्रों के साथ चेस खेलें, वैसे अकेले होने पर कंप्यूटर पर भी चेस खेल सकते हैं। कंप्यूटर पर अन्य कई प्रोग्राम हैं जिन्हें आप खेल कर अपनी याददाश्त बढ़ा सकते हैं।
-कोई संगीत वाद्य यंत्र बजाना सीखें, कुछ नया सीखें ताकि दिमाग दुरुस्त बना रहे। दूसरी भाषा भी सीख सकते हैं।
-अगर आप ड्राइंग के शौकीन हैं तो अन्य रास्तों को अपनाएं।
-अखबार, मैगजीन नियमित पढ़ें।
-अपने शौक को अब पूरा कर सकते हैं जिन्हें आप बचपन में पूरा करना चाहते थे जैसे आर्टिकल लिखना, पेंटिंग बनाना आदि।
-परिवारजनों, दोस्तों से नियमित मिलते रहें। विचार विमर्श करते रहें ताकि दिमाग एक्टिव रहे।
-गर शहर में ज्यादा परिजन नहीं हैं तो किसी कम्यूनिटी, संस्था, क्लब के सदस्य बनें। वहां आपके शौक वाले मित्रा आपको मिल जाएंगे। लोगों से मेलजोल टेंशन, डिप्रेशन से बचाता है। यही वजहें याददाश्त कमजोर होने में मदद करती हैं।
-ऑनलाइन सोशल नेटवर्किग में ज्यादा इवाल्व न हों। बहुत ही सीमित समय इसके लिए तय करें। स्वयं को ऑर्गेनाइज्ड रखें। अपने काम, मिलने जुलने वालों का समय, कोई समारोह पर जाने का समय अपनी डायरी में लिख कर रखें।
-अपने घर को ऑर्गनाइज रखें ताकि सामान इधर उधर रखकर भूले नहीं। विशेषकर चाबी, पर्स, मोबाइल, घड़ी आदि के लिए एक निश्चित स्थान बनाएं।
-बिलों को भुगतान के बाद फाइल में लगाएं। उससे पहले आए बिलों को एक टोकरी या डिब्बे में रखें। एक बार में ध्यान को कई जगह न लगाएं। एक ही बार में एक काम करें। इससे याददाश्त बैटर रहती है। जब तनाव महसूस हो, विजुअलाइज करें अपने घूमे पर्यटक स्थलों को, अच्छी यादों को, बिताए अच्छे लम्हों को, अपने पुराने दोस्त के साथ की मस्ती को। इससे दिमाग एक्टिव होगा और तनाव कम होगा।
अपनी अच्छी मेमरी हेतु 7-8 घंटे की नींद लें।
-अपने खानपान पर विशेष ध्यान दें। नियमित फल, सब्जियां, सलाद, कार्बोहाइड्रेस, नट्स, फ्लैक्स सीड्स आदि खाएं और 7-8 गिलास पानी पीएं।
-मेडिटेशन, डीप ब्रीदिंग और यौगिक क्रियाएं भी दिमाग को चुस्त रखने में मदद करती हैं।
-नियमित व्यायाम करने से पूरे शरीर और दिमाग में खून का दौरा बढ़ता है।
-खुश रहें और खुश रहने के अवसर तलाशते रहें। -नीतू गुप्ता(स्वास्थ्य दर्पण)