
कोलकाता - ग्रामीण परिवारों में मट्ठे को सबसे उत्तम आहार माना जाता है।
●ताजे मट्ठे में सोंठ, पीपल तथा काली मिर्च मिलाकर पीने से कफ रोग दूर होते हैं।
●ताजे मट्ठे को शरीर पर मालिश करने से त्वचा स्वच्छ तथा मुलायम होगी। खुजली जैसे रोग दूर होंगे। सिर के बालों को खट्टे हुए मट्ठे से धोने पर बाल घने तथा चमकदार होंगे।
●ताजा मट्ठे पीने से संग्रहणी रोग में लाभ होता है। ताजे मट्ठे में चावल और मिश्री मिलाकर एक सप्ताह तक सुबह-शाम खाने पर आधे सिर के दर्द में आराम होता है।
●मट्ठे नियमित एक माह तक प्रात: सवेरे प्रयोग करने से कम नींद आने की शिकायत दूर होती है। इसमें सौंठ, सेंंधा नमक मिलाकर पीने से वायु के रोगों में लाभ मिलता है।
●ताजा मट्ठे यदि सात माह तक भोजन के साथ प्रयोग किया जाए तो बवासीर रोग में लाभ मिलता है। इसके नियमित प्रयोग से खून बहुत स्वच्छ होकर लाल होता है। आंखों के रोग भी दूर होते हैं।