कोलकाता: मौसम में परिवर्तन के साथ ही कई बीमारियों का आगमन भी हो जाता है। हर मौसम में रोगों से सुरक्षा पाने के लिए और स्वस्थ रहने के लिए डाइट पर ध्यान देना बहुत आवश्यक है। अब आ गया है सर्दियों का मौसम। इस मौसम में सर्दी, जुकाम हो जाना एक आम समस्या है। इसलिए अपनी प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत बनाने के लिए अपनी डाइट पर ध्यान दें ताकि आप रोगमुक्त रहें।
मौसमी फल व सब्जियां
सबसे पहले तो मौसमी फलों व सब्जियों को अपने भोजन का अंग बनाइए। सर्दियों में तो सब्जियों, फलों की वैरायटी बढ़ जाती है। इस मौसम में बहुत सी सब्जियां उपलब्ध होती हैं इसलिए इसका फायदा अपने शरीर को उठाने दें। मूली, स्प्रिंग अनियन, गाजर, बंदगोभी, शलजम, लाल मूली आदि का सलाद बनाएं और खाएं। पौष्टिक सब्जियों का गरमागरम सूप बनाएं। हरी सब्जियों जैसे मेथी, बथुआ, पालक, सरसों, चौलाई का साग बनाएं या परांठों का मजा लें।
अगर आप नॉन वेजिटरियन हैं तो मछली का सेवन करें। मछली विटामिन ई का तो अच्छा सा्रेत है ही, इससे आपको ओमेगा 3 फैटी एसिड की भी प्राप्ति होगी। मछली का सेवन कई गंभीर रोगों से भी सुरक्षा देता है। जोड़ों के दर्द में भी इसका सेवन लाभप्रद है। सर्दियों में जोड़ों में दर्द व सूजन की समस्या भी वृद्ध लोगों में बढ़ जाती है। इसलिए इन्हें विटामिन ई के अच्छे स्रोतों और सेवन करना चाहिए। इसके अतिरिक्त काले चने, सूप, सलाद, आलिव आयल का सेवन करें।
सुबह उठते ही अगर लगे भूख
सर्दियों में क्योंकि रातें अधिक लंबी होती हैं और सुबह उठते ही भूख महसूस होने लगती है इसलिए सुबह भारी नाश्ता लें। सर्दियों में ताजे व मौसमी भोज्य पदार्थों का सेवन ही करें। बेमौसमी फलों व सब्जियों का सेवन न करें क्योंकि इससे आपके शरीर को वे महत्वपूर्ण तत्व नहीं मिलेंगे जिसकी उसे आवश्यकता है। साबुत अनाज, रूट वेजिटेबल, सूप, फलों का सेवन करें। जहां तक हो सके परिष्कृत भोज्य पदार्थों का सेवन कम करें क्योंकि इसमें मौजूद विटामिन और फाइबर नष्ट हो जाते हैं। विटामिन सी युक्त फलों जैसे मौसमी, संतरे, आंवले, लेमन जूस आदि का सेवन करें। इससे आपकी प्रतिरोधक क्षमता बढ़ेगी और रोग आपसे दूर भागेंगे।
पाचन शाक्ति के लिए
टी. वी. के सामने बैठ कर खाना कभी मत खाएं। खाना पचने के लिए जरूरी है आपका शरीर क्रियाशील रहे और जब शरीर क्रियाशील नहीं रहता तो भोजन डाइजेस्ट करने में बाधा आती है। इसलिए घण्टों टी वी के सामने न बैठे रहे। रेशेदार खाद्य पदार्थों का अधिक सेवन करें क्योंकि इससे पाचन क्रिया भी सही रहती है और आपका पाचन तंत्रा भी स्वस्थ रहता है। अचार, केचअप, आदि का सेवन भी कम करें।