कोलकाता : चिरायता, आयुर्वेद में कई समस्याओं का इलाज माना जाता है। ये एंटीबैक्टीरियल और एंटीइंफ्लेमेटरी गुणों से भरपूर है जो कि आपको सेहत से जुड़ी कई समस्याओं से बचने में मदद कर सकता है। इसके अलावा ये आपके कई अंगों के फंक्शन को भी बेहतर बनाने में मदद करता है जिससे कुछ मेटाबोलिक प्रोसेस तेज हो जाता है। इससे फैट मेटाबोलिज्म तेज होता, शुगर कम करने में मदद मिलती है साथ ही ये खून की सफाई करने में भी मददगार है। इसके अलावा ये एंटीबैक्टीरियल भी है जो कि एक्ने की समस्या को कम करने में मदद कर सकता है। तो, आज जानते हैं इसका पानी पीने के फायदे।
इन 4 स्थितियों में करें चिरायता का सेवन
1. डायबिटीज में चिरायता का पानी
चिरायता का पानी पेनक्रियाज के काम काज को तेज करता है और इंसुलिन के प्रोडक्शन को बढ़ाता है। जिन लोगों को डायबिटीज है उन्हें शाम को इसका पानी लेना चाहिए। इससे होगा ये कि ये मेटाबोलिक प्रोसेस को तेज करता है और शुगर संतुलित रखने में मदद करेगा। इससे जब आप सुबह सोकर उठेंगे तो आपका फास्टिंग शुगर बढ़ेगा नहीं और डायबिटीज की समस्या कंट्रोल में रहेगी।
2. लैक्सेटिव गुणों से भरपूर
लैक्सेटिव होने का मतलब ये है कि ये आपके पेट को साफ करने में मदद कर सकता है। दरअसल, सुब खाली पेट जब आप चिरायता का पानी लेते हैं तो ये बॉवेल मूवमेंट को तेज करता है और मल त्याग को आसान बनाता है। इसके बाद ये आंतों की सफाई करता है और फिर कब्ज की समस्या से बचाव में मदद करता है।
3. लिवर डिटॉक्स में मददगार
लिवर डिटॉक्स करने के लिए आप चिरायता का पानी पी सकते हैं। ये डिटॉक्सीफाइंग तरीके से काम करता है औ लिवर सेल्स के काम काज को तेज करता है। इससे लिवर का काम तेज होता है जिससे शरीर में टॉक्सिन जमा नहीं होते। इसके अलावा इसका सेवन फैटी लिवर की समस्या में कारगर तरीके से काम करता है। तो, अगर आप हेल्दी लिवर चाहते हैं तो हफ्ते में 2 बार चिरायता का पानी पिएं।
4. स्किन से जुड़ी बीमारियों में फायदेमंद
स्किन से जुड़ी बीमारियां जैसे किसी इंफेक्शन या ज्यादा दाने निकलने पर भी चिरायता का पानी पीना फायदेमंद है। ये एंटी बैक्टीरियल है जो कि खून को साफ करता है और फिर दाने और एक्ने को कम करने में मदद करता है। इसके अलावा ये आपकी स्किन के टैक्सचर को भी बेहतर बनाने में भी मददगार है। तो, इन तमाम कारणों से पिएं चिरायता का पानी।