Wednesday Mantra : कब शुरू करना चाहिए बुधवार का व्रत?

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कोलकाता : बुधवार की पूजा भगवान श्री गणेश को समर्पित है। साथ ही, इस दिन बुध देव की पूजा भी होती है। बुधवार के दिन बुध देव की पूजा से बुध ग्रह मजबूत होते हैं। बुधवार की पूजा के अलावा व्रत से जुड़ी बातें जैसे व्रत में क्या खाएं और क्या नहीं आदि भी बहुत जरूरी हैं। आइये बुधवार व्रत की पूजा विधि और इस व्रत से जुड़ी तमाम बातें जानते हैं।
बुधवार व्रत कब से रखें
किसी भी माह के शुक्ल पक्ष के बुधवार को आप व्रत का आरंभ कर सकते हैं।
बुधवार व्रत का संकल्प लेने के बाद कम से कम 21 या 45 बुधवार व्रत रखें।
बुधवार व्रत पूजा विधि
– बुधवार के दिन प्रातः जल्दी उठकर स्नान करें। फिर ईशान कोण में मुख करके आसन पर बैठें। श्री गणेश और बुध देव का श्रद्धापूर्वन ध्यान करें।
– श्री गणेश को दूर्वा और पीले पुष्प अर्पित करें।
– साथ ही, हरे रंग के वस्त्र बुध देव को चढ़ाएं। श्री गणेश के मंत्रों का जाप करें।
– बुध देव के मंत्रों का भी जाप करें। श्री गणेश को हलवे का भोग लगाएं।
– श्री गणेश और बुध देव की आरती गाएं। भोग को प्रसाद के रूप में वितरित करें।
– शाम के समय फलाहार से व्रत पारण करें।
बुधवार व्रत में क्या खाएं
बुधवार के व्रती को एक समय ही खाना चाहिए। दही, हरी मूंग दाल का हलवा खा सकते हैं। हरी वस्तु से बनी चीजें खा सकते हैं।
बुधवार व्रत में क्या न खाएं
– बुधवार के व्रती को नमक का सेवन नहीं करना चाहिए।
– यहां तक कि पान खाने से भी बचना चाहिए। ऐसा इसलिए क्योंकि इस दिन पान श्री गणेश को चढ़ाए जाते हैं।
– अगर आप भी बुधवार का व्रत रखते हैं तो इस बात का ध्यान रखें कि पूजा से जुड़े नियमों का पालन आवश्यक है।

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