कोलकाता : प्रत्येक वर्ष भाद्रपद मास के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि के दिन जन्माष्टमी पर्व मनाया जाता है। शास्त्रों में यह विदित है कि इसी दिन भगवान विष्णु के आठवें अवतार भगवान श्री कृष्ण का जन्म हुआ था। इस विशेष दिन पर भगवान श्री कृष्ण की विधिवत उपासना की जाती है और भजन-कीर्तन किया जाता है। इस वर्ष श्री कृष्ण जन्माष्टमी पर्व 06 सितंबर और 07 सितंबर के दिन मनाया जाएगा। बता दें कि ज्योतिष शास्त्र में जन्माष्टमी पर्व के सन्दर्भ में कई उपाय भी बताए गए हैं, जिनका पालन करने से व्यक्ति को विशेष लाभ मिलता है। कृष्ण जन्माष्टमी पर मोर पंख से जुड़े कुछ विशेष उपाय करने से साधकों को बहुत लाभ मिलता है।
जन्माष्टमी पर करें मोरपंख के ये उपाय
- ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, आर्थिक समस्या को दूर करने के लिए जन्माष्टमी के दिन पांच मोर पंख लें और उन्हें भगवान श्री कृष्ण की प्रतिमा के साथ रख दें, साथ ही उनकी पूजा करें। ऐसा कम से कम 21 दिन करें।
- मोर पंख के द्वारा किए गए कुछ उपायों से कई प्रकार के दोष भी दूर होते हैं। बता दें कि जन्माष्टमी के दिन घर पर मोर पंख जरूर लेकर आएं और पूजा-पाठ के बाद इस मोर पंख को घर की पूर्व दिशा में रख दें। ऐसा करने से वास्तु दोष दूर होता है।
- पारिवारिक मतभेद या पति-पत्नी के बीच चल रहे विवाद को दूर करने के लिए जन्माष्टमी के दिन मोर पंख को शयनकक्ष यानी बेडरूम के पूर्व या उत्तर दिशा में लगा दें।
- मोर पंख को राहु और केतु के अशुभ प्रभाव को दूर करने के लिए भी असरदार माना जाता है। ऐसे में जिन जातकों की कुंडली में यह ग्रह नीच स्थिति में है, उन्हें अपने बेडरूम के पश्चिम दिशा में दीवार पर मोर पंख लगाना चाहिए। ऐसा करने से व्यक्ति को समस्याओं से छुटकारा मिल जाता है।
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