
जयपुर : राजस्थान में दौसा जिले के खवारावजी गांव में एक पिता-पुत्र का शव उनके घर के बाहर मिलने से दहशत फैल गई। पुलिस ने इस मामले में पुत्र के ससुराल पक्ष के रिश्तेदारों की संलिप्तता का संदेह जताया है। संदेह के आधार पर कुछ लोगों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया है। यह घटना शनिवार सुबह तब सामने आई जब ग्रामीणों ने घनश्याम बैरवा (35) और उसके पिता तनसिंह (70) के शव उनके घर के बाहर पड़े देखे।
पापदड़ा थाने के प्रभारी संतचरण ने कहा कि दोनों के शरीर पर चोट के निशान मिले तथा नाक और मुंह से खून बह रहा था। इससे संदेह है कि उन पर हमला किया गया था। इस घटना की सूचना मिलने के बाद पुलिस उपाधीक्षक चारुल गुप्ता और पुलिस के अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौके पर पहुंचे। सबूत जुटाने के लिए फॉरेंसिक और मोबाइल जांच टीमों को भी बुलाया गया।
प्रारंभिक जांच से पता चलता है कि घनश्याम का अपने ससुराल वालों से विवाद था। घनश्याम का ससुराल मानपुर थाने के लीखली गांव में है। घनश्याम के ससुराल पक्ष के कुछ लोग शुक्रवार शाम को कथित तौर पर उसके घर आए। पुलिस ने कहा कि पड़ोसियों ने बाद में चिल्लाने की आवाज सुनी लेकिन उन्होंने हस्तक्षेप नहीं किया क्योंकि घनश्याम के घर पर अक्सर घरेलू झगड़े होते रहते थे।
थाना प्रभारी ने कहा, शुरुआती सुरागों और बयानों के आधार पर, हमें घनश्याम के ससुराल वालों की संलिप्तता का संदेह है। पूछताछ के लिए कुछ लोगों को हिरासत में लिया गया है।
खवारावजी के सरपंच गुलाब शर्मा सहित स्थानीय लोग बड़ी संख्या में घटनास्थल पर एकत्र हुए और दोषियों की तत्काल गिरफ्तारी की मांग की। क्षेत्र में कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए अतिरिक्त पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है। घनश्याम इकलौता बेटा था। घटना के समय उसकी मां अपने मायके गई हुई थी।