जैसलमेर : रामदेवरा में लोकदेवता बाबा रामदेव का 641वां वार्षिक मेला शुरू

बाबा रामदेव की पूजा-अर्चना करने उमड़ा भक्तों का सैलाब
लोकदेवता बाबा रामदेव मेला
लोक देवता बाबा रामदेव
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जैसलमेर : पोकरण के पास स्थित रामदेवरा में लोकदेवता बाबा रामदेव का 641वां वार्षिक मेला सोमवार को विधिवत रूप से मंगला आरती के साथ शुरू हुआ। इस मेले में देशभर से बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं के पहुंचने की उम्मीद है।

मेले की शुरुआत बाबा रामदेव की मंगला आरती से हुई। पुजारी कमल किशोर छंगाणी ने दूध, दही, शहद, इत्र एवं पंचामृत से अभिषेक किया। अतिरिक्त जिलाधिकारी परसा राम सैनी ने बाबा रामदेव की समाधि पर पूजा-अर्चना की। समाधि के दर्शन के लिए श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ी।

महीनेभर के इस मेले के लिए प्रशासन ने श्रद्धालुओं की सुरक्षा और सुविधाओं के खातिर व्यापक प्रबंध किए हैं। पुलिस अधीक्षक अभिषेक शिवहरे सहित अन्य अधिकारियों ने व्यवस्थाओं का जायजा लिया।

हिंदू पंचांग के अनुसार, रामदेवरा मेला हर वर्ष भाद्रपद शुक्ल पक्ष की दूज से एकादशी तक आयोजित होता है। इस वर्ष मेला 25 अगस्त से शुरू हुआ। हालांकि, भाद्रपद मास की शुरुआत होते ही पैदल यात्री जिन्हें स्थानीय भाषा में ‘जातरू’ कहा जाता है मंदिर की ओर पहुंचना शुरू हो गए।

यह मंदिर पोकरण के रुणिचा धाम में स्थित है, जिसे रामदेवरा भी कहा जाता है। मेले में सभी धर्मों के लोग समान श्रद्धा के साथ भाग लेते हैं और बाबा रामदेव की समाधि पर ‘धोक’ लगाते हैं।

इतिहासकारों के अनुसार, तंवर राजपूत वंश के लोकदेवता बाबा रामदेव ने 1459 ई. में, 33 वर्ष की आयु में रुणिचा गांव में समाधि ली थी। उन्हें भगवान श्रीकृष्ण का अवतार माना जाता है। हिंदू, मुस्लिम, जैन और सिख समुदायों के लोग उन्हें पूजते हैं। इस बार बाबा रामदेव का 641वां मेला आयोजित हो रहा है।

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