

कोटा : राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा (नीट) की तैयारी कर रहे जिस छात्र का शव पिछले दिनों कोटा में मिला वह इस बार इम्तिहान में नहीं बैठना चाहता था। वह तैयारी के लिए एक साल और चाहता था। छात्र के दुखी माता पिता ने यह बात बताई।
दिल्ली के तुगलकाबाद में बढ़ई का काम करने वाले रंजीत शर्मा एक अस्पताल के मुर्दाघर के बाहर बैठे-बैठे बेकाबू होकर रोने लगते हैं। वह अपने बेटे का शव मिलने का इंतजार कर रहे हैं। शर्मा कुछ दिन पहले अपनी पत्नी के साथ बेटे को कुछ दिन के लिए घर ले जाने यहां आए थे लेकिन तब उसने मना कर दिया था।
माता-पिता के अनुसार उनके बेटे रोशन शर्मा (23) ने चार मई की नीट-यूजी परीक्षा से कुछ हफ्ते पहले अचानक उनसे कहा था कि वह इस साल परीक्षा नहीं देगा। उनके दिल्ली लौटने के तीन दिन बाद ही गुरुवार तड़के उनके बेटे का शव यहां रेल लाइन के पास झाड़ियों से बरामद किया गया।
रंजीत शर्मा ने नम आंखों से बताया कि उनका बेटा पिछले तीन साल से नीट की तैयारी कर रहा था और हाल ही में उसने अपनी बहन से कहा था कि इस मेडिकल प्रवेश परीक्षा के लिए पूरी तरह से तैयार होने में उसे एक और साल की जरूरत है। उन्होंने शुक्रवार को कहा, हमारा बेटा पढ़ाई में बहुत अच्छा था, कोचिंग संस्थान में नियमित परीक्षाओं में 550-600 अंक लाता था। उन्होंने कहा कि परीक्षा से कुछ दिन पहले आत्महत्या का कारण समझ में नहीं आ रहा।