

कोलकाता : महानगर में पेंशन का लाइफ सर्टिफिकेट जमा कराने के नाम पर साइबर ठगी का एक गंभीर मामला सामने आया है, जिसमें रिटायर्ड महिला बैंक कर्मी से 10 लाख रुपये की ठगी कर ली गई। पीड़िता ने इस संबंध में औपचारिक रूप से एफआईआर दर्ज कराई है, जिसके बाद पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है।
पुलिस सूत्रों के अनुसार, पीड़ित महिला की पहचान शेली गुहा के रूप में हुई है, जो एक सेवानिवृत्त बैंक अधिकारी हैं। अपनी शिकायत में उन्होंने बताया कि 4 नवंबर 2025 को उनके मोबाइल फोन पर एक कॉल आया था। कॉल करने वाले व्यक्ति ने अपना नाम दीपक बताया और खुद को पेंशन से जुड़े लाइफ सर्टिफिकेट जमा कराने की प्रक्रिया में सहायता करने वाला बताया। उसने भरोसा दिलाया कि वह पूरी प्रक्रिया को आसान और त्वरित तरीके से पूरा करा देगा।
इसके बाद ठग ने व्हाट्सऐप के माध्यम से एक फाइल भेजी और उसे लाइफ सर्टिफिकेट से संबंधित जरूरी एप्लिकेशन बताया। शेली गुहा ने उस पर भरोसा करते हुए फाइल डाउनलोड कर ली। बाद में उन्हें पता चला कि वह फाइल एक खतरनाक मैलिशियस एप्लिकेशन थी, जिसके जरिए ठगों को उनके मोबाइल फोन पर पूरा नियंत्रण मिल गया। इस एप्लिकेशन की मदद से ठगों ने उनके मोबाइल में मौजूद एसएमएस इनबॉक्स और बैंक से जुड़ी संवेदनशील जानकारियों तक अनधिकृत पहुंच हासिल कर ली।
शिकायत के अनुसार, फाइल डाउनलोड करने के कुछ ही समय बाद उनके मोबाइल पर ओवरड्राफ्ट अकाउंट से संबंधित अनधिकृत लेनदेन के एसएमएस अलर्ट आने लगे। बिना उनकी जानकारी और अनुमति के तीन अलग-अलग ट्रांजैक्शन में कुल 10 लाख रुपये की निकासी कर ली गई। पहले 5 लाख रुपये, फिर 3 लाख रुपये और उसके बाद 2 लाख रुपये खाते से निकाल लिए गए।
घटना की जानकारी मिलते ही पीड़िता ने बैंक से संपर्क किया और बाद में पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने मामले को साइबर अपराध मानते हुए जांच शुरू कर दी है। साइबर सेल ठग के मोबाइल नंबर, कॉल डिटेल्स, मैलिशियस एप्लिकेशन और धन के लेनदेन से जुड़े तकनीकी पहलुओं की गहन जांच कर रही है। पुलिस ने लोगों से अपील की है कि वे किसी भी अनजान कॉल या लिंक पर भरोसा न करें और ऐसी किसी भी घटना की तुरंत सूचना संबंधित अधिकारियों को दें।
To access more intelligence, create an account or log in.Log inSign up for free
C