किताबें उपलब्ध नहीं होने तक छात्र सॉफ्ट कॉपी डाउनलोड करके कर सकते हैं पढाई : अध्यक्ष

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सन्मार्ग संवाददाता

कोलकाता : उच्च माध्यमिक शिक्षा के तीसरे सेमेस्टर की कक्षाएं 7 अप्रैल से शुरू हो चुकी हैं। हालांकि अभी तक भाषा-आधारित पाठ्यपुस्तकें स्कूलों तक नहीं पहुंची हैं। इसकी परीक्षाएं सितंबर महीने में निर्धारित की गयी हैं। ऐसे में केवल कुछ महीने ही बचे हैं, जिस वजह से पाठ्यक्रम इस समयावधि के अंदर पूरा करना अनिवार्य है।

अगर किताबें ही नहीं होंगी तो पाठ्यक्रम कैसे पूरा होगा?

किताबें नहीं होंगी तो पाठ्यक्रम कैसे पूरा होगा, शिक्षकों के बीच यह सवाल उठ रहा है। हालांकि पाठ्यपुस्तक की सॉफ्ट कॉपी संसद की वेबसाइट पर अपलोड की गई है। उच्च माध्यमिक शिक्षा संसद के अध्यक्ष चिरंजीव भट्टाचार्य ने कहा कि इस महीने के अंत तक स्कूलों में किताबें पहुंचा दी जाएंगी। जब तक किताबें उपलब्ध नहीं हो जातीं, तब तक छात्र संसद की वेबसाइट से इन्हें डाउनलोड कर ऑनलाइन पढ़ सकते हैं। इसके अलावा 12वीं में अंग्रेजी के पाठ्यक्रम में कुछ बदलाव किए गए हैं। संशोधित पाठ्यक्रम वेबसाइट पर उपलब्ध करा दिया गया है।

बंगाली व अंग्रेजी पुस्तकों में भी किया गया है बदलाव

उच्च माध्यमिक स्तर पर शिक्षा विभाग द्वारा बंगाली व अंग्रेजी पुस्तकें निःशुल्क उपलब्ध कराई जाती हैं। इन दोनों विषयों के पाठ्यक्रम के कई भागों में परिवर्तन किया गया है। तीसरे सेमेस्टर में बंगाली में नई कहानियां, कविताएं और नाटक शामिल किए गए हैं। छात्रों को अभी तक बंगाली और अंग्रेजी सहित भाषा-आधारित और शारीरिक शिक्षा की किताबें नहीं मिली हैं।

बंगाली शिक्षक एवं शिक्षाकर्मी संघ ने यह कहा

बंगाली शिक्षक एवं शिक्षाकर्मी संघ के महासचिव स्वपन मंडल ने कहा कि संसद ने अप्रैल महीने की शुरुआत से कक्षाएं शुरू करने का आदेश दिया, मगर अच्छे से प्लानिंग नहीं की गई। शिक्षक समुदाय इस बात को लेकर चिंतित है कि विद्यार्थियों का पाठ्यक्रम कैसे पूरा होगा। नये पाठ्यक्रम के अनुसार, तीसरा सेमेस्टर एमसीक्यू आधारित होगा। इसके लिए नयी पाठ्यपुस्तकों की आवश्यकता है।

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