

कोलकाता : कोलकाता नगर निगम ने जोका और ठाकुरपुकुर इलाके में लंबे समय से चली आ रही जल निकासी की गंभीर समस्या को दूर करने के लिए एक बड़ा और ठोस कदम उठाया है। मानसून के दौरान जलजमाव से त्रस्त इस इलाके के निवासियों को जल्द ही राहत मिलने वाली है क्योंकि हाल ही में नगर निगम ने यहां भूमिगत जल निकासी प्रणाली के निर्माण का कार्य शुरू कर दिया है। यह कार्य कोलकाता पर्यावरण सुधार परियोजना (केईआईआईपी) के तहत किया जा रहा है। इस परियोजना के तहत वार्ड 124, 142, 143 और 144 के कुल 21 मोहल्लों में लगभग 52.5 किलोमीटर लंबे भूमिगत जल निकासी चैनलों का निर्माण किया जाएगा। साथ ही कुल 12 जल निकासी नहरों को काटकर सीवेज लाइन से जोड़ा जाएगा ताकि वर्षा का पानी तेजी से बहकर नहरों तक पहुंचे और सड़कों पर जलजमाव की स्थिति उत्पन्न न हो। विशेष रूप से वार्ड 143 में इस परियोजना को अत्यंत गंभीरता से लागू किया जा रहा है क्योंकि यहां खुले सीवरों की संख्या अधिक है और यह इलाका ठाकुरपुकुर महेशतल्ला पंचायत समिति के निकट स्थित होने के कारण अब तक पर्याप्त सार्वजनिक सुविधाओं से वंचित रहा है। शेष वार्डों में मुख्य सड़कों के नीचे पाइपलाइन बिछाकर गलियों तक जल निकासी की व्यवस्था की जाएगी। केईआईआईपी परियोजना के तीसरे चरण में वार्ड 142 और 144 की प्रमुख सड़कों के नीचे भी पाइप बिछाए जाने का कार्य निर्धारित है। उल्लेखनीय है कि वर्ष 2012 में जोका-1 और जोका-2 ग्राम पंचायत क्षेत्रों को नगर निगम क्षेत्र में शामिल किया गया था और 2015 में पहली बार नगर निगम चुनाव हुए, जिसमें तृणमूल कांग्रेस के उम्मीदवारों ने तीनों वार्डों में जीत दर्ज की। इसके बाद वर्ष 2021 के प्राथमिक चुनावों में भी तृणमूल ने इस क्षेत्र में विजय हासिल की लेकिन इसके बावजूद स्थानीय लोग आज तक खुले सीवरों और जलजमाव की समस्या से जूझते रहे हैं। इसलिए इस बार नगर निगम उस छवि को बदलना चाहता है। मेयर फिरहाद हकीम ने हाल ही में उस कार्य की शुरुआत की। अगले कुछ वर्षों में परियोजना पूरी हो जाने पर जोका और ठाकुरपुकुर इलाका खुले सीवर से मुक्त हो जाएंगे और बरसात के मौसम में जलजमाव की समस्या भी हल हो जाएगी।