
सन्मार्ग संवाददाता
कोलकाता : पोर्नोग्राफी मामले में शामिल होने का आरोप लगाते हुए एक व्यक्ति को डिजिटल अरेस्ट कर 3.40 करोड़ रुपये की ठगी करने के आरोप में कोलकाता पुलिस ने सिलीगुड़ी से दो जालसाजों को गिरफ्तार किया है। घटना को लेकर कोलकाता पुलिस के साइबर क्राइम थाने में शिकायत दर्ज करायी गयी थी। अभियुक्तों के नाम कुंदन मिश्रा (33) और देवजानी नाग विश्वास (52) हैं। इनमें से कुंदन सिलीगुड़ी के भक्तिनगर थाना इलाके का रहनेवाला है। अभियुक्त ने बताया कि वह जलपाईगुड़ी कोर्ट में वकील है। हालांकि पुलिस इस बयान की जांच कर रही है वहीं गिरफ्तार महिला सिलीगुड़ी के आश्रमपाड़ा की रहनेवाली है। वह सिलीगुड़ी नगरपालिका में क्लर्क के तौर पर कार्यरत है। अभियुक्तों के पास से एक लैपटॉप और तीन मोबाइल फोन जब्त किये गये हैं।
क्या है पूरा मामला
जानकारी के अनुसार पिछले साल अक्टूबर में जालसाजों ने खुद को पुलिस अधिकारी बताकर शिकायतकर्ता को फोन किया और उसे डराया कि अश्लील सामग्री एक वेबसाइट पर अपलोड करने तथा मनी लॉन्ड्रिंग के आरोप में उसकी गिरफ्तारी हो और जेल हो सकती है। शिकायतकर्ता को यह भी धमकी दी गई कि उसका मोबाइल नंबर ट्राई के नियमों के तहत ब्लॉक कर दिया जाएगा। अभियुक्तों ने प्रवर्तन निदेशालय, भारतीय रिज़र्व बैंक और सीबीआई जैसी संस्थाओं के नाम और लोगो के साथ नकली दस्तावेज और इलेक्ट्रॉनिक रिकॉर्ड तैयार किए और उन्हें असली बताकर शिकायतकर्ता को भेजा। धमकी और दबाव के चलते शिकायतकर्ता को अपने फिक्स्ड डिपॉजिट तोड़ने पड़े और 3.40 करोड़ रुपये की राशि 18 सितंबर से 22 अक्टूबर 2024 के बीच आरोपितों के विभिन्न बैंक खातों में ट्रांसफर करनी पड़ी। इस मामले में आरोपितों पर आईटी एक्ट 2000 की धारा 66सी/66डी और भारतीय न्याय संहिता 2023 की धारा 61(2)/319(2)/318(4)/308(2)/336(2)/336(3)/338/340(2) के तहत मामला दर्ज किया गया है। जांच के दौरान प्रथम स्तर के लाभार्थी बैंक खातों की पहचान की गई और शनिवार को उत्तर बंगाल से उन खातों के संचालन करने वाले व्यक्तियों को गिरफ्तार कर लिया गया। पुलिस सूत्रों के अनुसार व्यक्ति से ठगे गये रुपये को कुंदन मिश्रा (33) और देवजानी नाग विश्वास के अकाउंट में जमा किया गया था। फिलहाल पुलिस अभियुक्तों से पूछताछ कर मामले में फरार गिरोह के अन्य सदस्यों का पता लगा रही है।