कोलकाता: त्रिपुरा के परिवहन मंत्री सुशांत चौधरी ने गुरुवार को राज्य विधानसभा को सूचित किया कि वह अगरतला-कोलकाता मार्ग के हवाई किराए की ऊंची कीमतों पर लगाम लगाने के लिए नागरिक उड्डयन मंत्रालय को पत्र लिखेंगे। यह कदम कांग्रेस विधायक सुदीप रॉय बर्मन द्वारा हवाई टिकटों की ऊंची कीमतों पर चिंता जताए जाने के बाद उठाया गया है।
हवाई किराए की ऊंची कीमतों पर चिंता
कांग्रेस विधायक सुदीप रॉय बर्मन ने विधानसभा में कहा कि अगरतला-कोलकाता हवाई मार्ग के टिकटों की कीमतें 10,000 से 12,000 रुपये तक पहुंच गई हैं और आगामी त्योहारी सीजन के चलते यह और भी बढ़ने की संभावना है। उन्होंने तर्क दिया कि हवाई किराए में वृद्धि आम लोगों के लिए कठिनाइयाँ पैदा कर रही है और सरकार से केंद्रीय अधिकारियों के साथ मिलकर इस मुद्दे के समाधान की मांग की।
मंत्रालय से हस्तक्षेप की मांग
रॉय बर्मन ने कहा, “भारत में हवाई टिकटों को छोड़कर हर उत्पाद की अधिकतम खुदरा कीमत (एमआरपी) निर्धारित होती है। निजी एयरलाइंस अगरतला और कोलकाता के बीच 10,000 से 12,000 रुपये तक किराया वसूल रही हैं। त्योहारी सीज़न के आगमन के साथ, यह बढ़ता किराया आम जनता पर भारी असर डाल रहा है।” उन्होंने सरकार से आग्रह किया कि वह इस मामले को केंद्र सरकार के साथ उठाए।
चौधरी का आश्वासन
मंत्री सुशांत चौधरी ने कहा कि वह इस समस्या को समझते हैं, लेकिन नागरिक उड्डयन मंत्रालय सीधे तौर पर एयरलाइंस के मूल्य निर्धारण को विनियमित नहीं कर सकता है। हालांकि, उन्होंने इस मुद्दे को सुलझाने के लिए मंत्रालय को पत्र लिखने का आश्वासन दिया।
एमबीबी हवाई अड्डा और अन्य योजनाएं
एमबीबी हवाई अड्डे को अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा घोषित करने के प्रयास भी जारी हैं। चौधरी ने यह भी बताया कि उनाकोटि जिले में स्थित कैलाशहर हवाई अड्डे की स्थिति का जायजा लेने के लिए नागरिक उड्डयन मंत्रालय की एक टीम ने साइट का दौरा किया है और भारतीय हवाई अड्डा प्राधिकरण (एएआई) फिलहाल निष्क्रिय हवाई अड्डे के लिए विस्तृत परियोजना रिपोर्ट तैयार कर रहा है।यह कदम त्रिपुरा की यात्रा को और सुलभ और किफायती बनाने की दिशा में उठाया गया महत्वपूर्ण प्रयास है, जो यात्रियों को राहत प्रदान करेगा।
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