त्रिधारा सम्मेलनी पूजा 2024: इस बार दिखेगा कोलकाता की सांस्कृतिक का अनूठा चित्रण

त्रिधारा सम्मेलनी पूजा 2024: इस बार दिखेगा कोलकाता की सांस्कृतिक का अनूठा चित्रण
Published on

कोलकाता : महानगर में दुर्गा पूजा का आयोजन बदलाव के दौर से गुजर रहा है। जमीनदारों की राजबाड़ियों में आयोजित होने वाली दुर्गापूजा, आजादी के आंदोलन के दौर में शहर की हर गली- मोहल्ले में आयोजित होने लगी। पूजा की धुन, लय और विचार में भी बदलाव आए। नए दौर की नई पीढ़ी के हाथों में शहर, गांव और उपनगरों में विचारों के नए रंगों के साथ दुर्गा पूजा निरंतर बदलाव के दौर से गुजरते चली जा रही है। इन बदलावों के बीच ठाकुरों के दालान वाले वो पुराने घर, अनुभवी शिल्पकारों के हाथों से तैयार की मूर्तियां, घर की महिलाओं द्वारा की जाने पारंपरिक पूजा और अल्पना सभी धीरे-धीरे विलुप्त हो रहे हैं। यह परंपरा और संस्कृति अब महच किसी चित्रकार के कैनवास पर गाहे बगाहे देखने को मिल जाती है और उस कैनवास को देख हम सभी अतीत के उस दौर में खो जाते हैं। त्रिधारा सम्मेलनी दुर्गा पूजा अपने 78वें संस्करण में तेजी से विकसित हो रही कोलकाता नगरी के अतीत को दोबारा जीवंत रूप प्रदान करने जा रही है। चित्रकार के कैनवास में संजो कर रखे गए 'कलकत्ता' शहर की कलात्मकता और सांस्कृतिक अभिव्यक्ति के प्रतिबिंब को दर्शाने जा रही है। त्रिधारा सम्मेलनी के पंडाल को तैयार कर रहे कलाकार गौरंगा कुइला ने बताया कि आंगन थीम के तहत हमारे कोशिश दशकों पहले के शहर और गांव को दर्शाने की है। वर्तमान के कोलकाता में कितना बदलाव आया है इसका बोध पंडाल में प्रवेश करने के बाद पता चलेगा। पंडाल के दोनों तरफ चित्रकारों की टीम ने अपने पेंटिंग के जरिए अतीत के शहर, उसके मिजाज, उसके मौसम और उस दौर की दुर्गा पूजा को प्रदर्शित किया है। थीम के अनुरूप ही देवी दुर्गा की प्रतिमा तैयार की गई है जिसे देख यह अनुभव होगा की कभी न कभी ऐसी प्रतिमा किसी कैनवास में देखी है।

एलईडी स्क्रीन से पटा त्रिधारा

दुर्गा पूजा के वक्त सड़क के दोनों तरफ बांस के ढांचे पर लगे विशाल बैनर, कोलकाता में आयोजित होने वाली दुर्गा पूजा में यह दृश्य उतना ही सामान्य है जितना कि पंडालों के बाहर कतार में खड़े लोगों की विशाल भीड़। कोलकाता में शायद यह पहली बार है जब किसी पूजा पंडाल में विज्ञापन के कोई भी बैनर फ्लेक्स नहीं लगे दिखेंगे। त्रिधारा सम्मेलनी इस वर्ष विज्ञापन के बैनरों की जगह एलईडी स्क्रीन के जरिए मोशन ऐड दिखाएगी।

संबंधित समाचार

No stories found.

कोलकाता सिटी

No stories found.

खेल

No stories found.
logo
Sanmarg Hindi daily
sanmarg.in