फ्लाइट में भाषा विवाद : मराठी बोलने से इनकार पर यूट्यूबर को मिली धमकी

पर्यटन जगत ने जताई कड़ी आपत्ति
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एयर इंडिया
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एयर इंडिया से आरोपी यात्री के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग

दुबई में रहने वाले खान ने बताया कि वह पिछले तीन साल से मुंबई में रह रहे हैं और काम के सिलसिले में कोलकाता आए थे। उन्होंने आरोप लगाया कि घटना के दौरान मौजूद केबिन क्रू ने कोई हस्तक्षेप नहीं किया। खान ने पूरी घटना का वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर साझा किया और एयर इंडिया से आरोपी यात्री के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की। उन्होंने लिखा, “किसी को भी सिर्फ अलग भाषा बोलने के लिए डर या अपमान महसूस नहीं होना चाहिए। ऐसे लोगों को फ्लाइट में बैन किया जाना चाहिए”।

यह कहा ट्रैवेल एजेंट एसोसियेशन ने

ट्रैवेल एजेंट्स एसोसियेशन ऑफ इंडिया के पूर्वी अध्यक्ष व एयरकॉम ट्रैवेल्स के चेयरमैन अंजनी धानुका ने कहा कि ऐसी भाषा की गुंडागर्दी को कभी सहन नहीं किया जा सकता। पर्यटन से राजनीति को दूर रखना जरूरी है।

ट्रैवल एजेंट्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया के नेशनल एग्जीक्यूटिव सदस्य मानव सोनी ने कहा कि इस तरह की घटनाएं देखकर दुख होता है, इसके खिलाफ एक्शन लेना चाहिए। ट्रैवल एजेंट्स फेडरेशन ऑफ इंडिया के नेशनल एग्जीक्यूटिव कमेटी सदस्य अनिल पंजाबी ने कहा, “भारत विविधताओं का देश है। हर भाषा और संस्कृति के प्रति सम्मान ही पर्यटन को मजबूत बनाता है।” महिला यात्री की पहचान अब तक नहीं हुई है, हालांकि रिपोर्ट के अनुसार वह एक प्रसिद्ध कार कंपनी का लोगो वाला शर्ट पहने थी। सोशल मीडिया पर कई लोगों ने उस कंपनी को टैग करते हुए जवाबदेही की मांग की है।

यह मामला सोशल मीडिया पर व्यापक बहस का कारण बन गया है। कई यूजर्स ने इसे भाषाई असहिष्णुता और क्षेत्रीय घमंड का उदाहरण बताया। एक यूजर विश्वनाथ नटराजन ने टिप्पणी की, “क्या इस महिला ने कोलकाता में रहते हुए कभी बंगाली बोली?” लोगों ने एयरलाइन की भूमिका पर भी सवाल उठाए हैं और कहा है कि केबिन क्रू को ऐसे मामलों में तुरंत हस्तक्षेप कर स्थिति संभालनी चाहिए।

गौरतलब है कि हाल के महीनों में देशभर में भाषा और क्षेत्रीय पहचान को लेकर तनाव की कई घटनाएं सामने आई हैं। इसी साल जुलाई में मुंबई की एक लोकल ट्रेन में एक महिला ने दूसरी यात्री से कहा था—“मराठी सीखो या ट्रेन से उतर जाओ।”

इसके अलावा, बंगालियों को अन्य राज्यों में “बांग्लादेशी” कहकर निशाना बनाए जाने की कई घटनाएं भी सामने आई हैं, जिनकी व्यापक आलोचना हुई थी।

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