पाथेरप्रतिमा में बाघ की दहशत, लोकेशन पता लगाने के लिए तैनात किए गए ड्रोन

बाघ को पकड़ने के लिए  पिंजरा रखा गया
बाघ को पकड़ने के लिए पिंजरा रखा गया
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रामबालक, सन्मार्ग संवाददाता

पाथेरप्रतिमा : दक्षिण 24 परगना जिले के पाथेरप्रतिमा ब्लॉक के श्रीधरनगर ग्राम पंचायत के उपेंद्रनगर इलाके में बाघ देखे जाने की खबर से ग्रामीण दहशत में हैं। ठाकुरान नदी के किनारे बाघ के ताजा पदचिह्न मिलने के बाद से पूरे क्षेत्र में डर का माहौल बना हुआ है। वन विभाग की टीम लगातार इलाके में गश्त कर रही है, लेकिन अभी तक बाघ को पिंजरे में कैद नहीं किया जा सका है। पदचिह्नों की दिशा से वनकर्मियों का अनुमान है कि बाघ धांची या धुलीभासानी जंगल की ओर से भटककर गांव के नजदीक पहुंचा होगा। स्थानीय मछुआरों ने चर तामलुकपाड़ा क्षेत्र में नदी के किनारे सबसे पहले बड़े आकार के पदचिह्न देखे। इसके बाद यह खबर आग की तरह फैल गई और लोग घरों से बाहर निकलने में भी डर महसूस करने लगे। उपेंद्रनगर की गृहिणी रेनुका माइती ने बताया कि “सुबह से ही पदचिह्न देखने के बाद पूरे परिवार में भय का माहौल है। बच्चों को बाहर नहीं जाने दे रहे हैं, कहीं बाघ गांव में न घुस आए।” सूचना मिलते ही वन विभाग और पुलिस की संयुक्त टीम मौके पर पहुँची। जंगल के उस हिस्से को जाल से घेरकर बाघ को पकड़ने के लिए पिंजरा लगाया गया है। टीम ने इलाके में पहरा बढ़ा दिया है ताकि बाघ गांव की ओर न बढ़ सके। अनुभवी वनकर्मियों को तैनात किया गया है और बाघ की सटीक लोकेशन पता करने के लिए ड्रोन उड़ाए जा रहे हैं। विभाग का कहना है कि बाघ आसपास ही है, इसलिए उम्मीद है कि वह जल्द ही लगाए गए पिंजरे में फंस जाएगा।

स्थानीय विधायक ने यह कहा
पाथेरप्रतिमा के विधायक समीर जाना ने भी स्थिति का जायजा लिया और ग्रामीणों से संयम बनाए रखने की अपील की। उन्होंने कहा कि वन विभाग हर संभव प्रयास कर रहा है और सुरक्षा को प्राथमिकता दी जा रही है। वहीं ग्रामीणों को सतर्क रहने और अफवाहों से बचने की सलाह दी गई है।

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