

प्रसेनजीत, सन्मार्ग संवाददाता
कोलकाता : नये साल की शुरुआत में न्यूटाउन एक बार फिर गवाह बनेगा पारंपरिक ‘सबला मेला’ का, जो राज्य के स्वनियोजन एवं स्वयं सहायता समूह विभाग की पहल पर 21 से 28 जनवरी तक आयोजित होगा। बुधवार को खाद्य भवन में मंत्री बीरबाहा हांसदा ने अधिकारियों के साथ उच्चस्तरीय बैठक कर तैयारियों की विस्तृत समीक्षा की और आयोजन की रूपरेखा तय की। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की पहल पर आयोजित यह मेला ग्रामीण महिलाओं के आर्थिक सशक्तीकरण का एक बड़ा मंच माना जाता है।
मंत्री हांसदा ने बताया कि राज्यभर के स्वयं सहायता समूहों की महिलाएँ सालभर जो हस्तनिर्मित उत्पाद तैयार करती हैं, उन्हें सीधे शहर के खरीददारों तक पहुँचाने का यह महत्वपूर्ण माध्यम है। इससे न केवल कलाकारों को उचित मूल्य मिलता है, बल्कि बिचौलियों की भूमिका भी समाप्त होती है। मेला स्थल पर बंगाल की विविध कुटीर एवं लोक कला की झलक देखने को मिलेगी जिसमें बाँस-बेंत की वस्तुएँ, दोकड़ा, टेराकोटा, पटचित्र, बालूचरी और हाथकरघा की साड़ियाँ से लेकर हस्तनिर्मित आभूषण तक शामिल हैं।
विभाग के अधिकारियों के अनुसार, इस मेले से ग्रामीण महिलाओं की आय बढ़ती है और आत्मविश्वास में भी बड़ा इजाफा होता है। इस वर्ष खरीददारी के साथ-साथ सांस्कृतिक कार्यक्रमों पर भी विशेष जोर दिया गया है। सूचना एवं संस्कृति विभाग के सहयोग से प्रतिदिन लोक संगीत, बाउल गीत, छाऊ नृत्य और अन्य लोक कलाओं का प्रदर्शन किया जाएगा। दर्शकों की सुरक्षा के लिए पुलिस व्यवस्था मजबूत की जा रही है और भोजन प्रेमियों के लिए पारंपरिक बंगाली व्यंजनों और पिठे–पुली के विशेष स्टॉल लगाए जाएंगे। 21 से 28 जनवरी तक न्यूटाउन हस्तशिल्प, संस्कृति और स्वाद का केंद्र बनने जा रहा है, जिसका बेसब्री से इंतज़ार कर रहे हैं कोलकातावासी।