

सबिता, सन्मार्ग संवाददाता
कोलकाता : सियालदह फ्लाईओवर की मरम्मत का काम बड़े पैमाने पर करने के लिए केएमडीए द्वारा रूप रेखा तैयार कर ली गयी है। कितने फेज में काम होगा, कितना खर्च होगा और कितने हॉकर्स और दुकानदारों को शिफ्ट करना पड़ेगा, इन सभी अहम पहलुओं पर रिपोर्ट तैयार है लेकिन काम शुरू करने के लिए हरी झंडी का इंतजार है। केएमडीए के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि जब तक सियालदह फ्लाईओवर के नीचे से हॉकर्स को शिफ्ट नहीं किया जाता है तब तक वहां काम शुरू करना संभव नहीं है। केएमसी द्वारा हॉकर्स को स्थानांतरित किया जाना है। सूत्रों के मुताबिक यह स्थानांतरण कब तक होगा. केएमसी यह फिलहाल तय नहीं कर पाया है। केएमडीए के एक वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक सियालदह फ्लाईओवर का यह अब तक का सबसे बड़ा मरम्मत कार्य हो रहा है। इसके लिए करीब 10 करोड़ रु. का बजट प्रस्तावित है। इस काम को चरणबद्ध करने में 10 महीने लगेंगे। अगर लगातार किया जाये तो दाे महीने में पूरा होगा जाे कि संभव नहीं है। हॉकर्स को चरणबद्ध शिफ्ट करके काम करने से किसी की भी रोजी राेटी पर असर नहीं पड़ेगा।
ये अहम कार्य
सियालदह फ्लाईओवर की मरम्मत व रेट्रोफिटिंग
फ्लाईओवर के 72 पिलर पर काम होना है
फ्लाईओवर की भार वहन क्षमता को बढ़ाना
कार्बन फाइबर रैपिंग, खंभों पर स्टील जैकेटिंग और डेक स्लैब की मरम्मत
एक चरण में कम से कम 60-70 हॉकर्स को दूसरी जगह पर शिफ्ट करके काम करने का टार्गेट