
कोलकाता : कसबा स्थित साउथ कलकत्ता लॉ कॉलेज में छात्रा के साथ कथित सामूहिक दुष्कर्म की घटना की निंदा करते हुए केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि 'बंगाल में आखिर हो क्या रहा है? आरजी कर अस्पताल की घटना ने बंगाल का सिर शर्म से झुका दिया था और अब एक बार साउथ कलकत्ता लॉ कॉलेज में सामूहिक छात्रा से दुष्कर्म की घटना राज्य में अव्यवस्था का प्रत्यक्ष प्रमाण है।' उन्होंने कहा कि एक समय था जब बंगाल शिक्षा, विज्ञान और आध्यात्मिकता के क्षेत्र में विश्व में अग्रणी था। यह वही धरती है जहां रवींद्रनाथ ठाकुर, ऋषि अरविंद और स्वामी विवेकानंद जैसे महान आत्माओं ने जन्म लिया। उन्होंने आरोप लगाया कि 'आरजी कर घटना में तृणमूल के लोग शामिल थे और कसबा कॉलेज में घटी घटना में भी सत्तारूढ़ दल की संलिप्तता सामने आ रही है। यह देश को गहरे दुख और पीड़ा में डालने वाला मामला है। तृणमूल सरकार कब जागेगी ? मुझे उम्मीद है कि मुख्य विपक्षी दल भाजपा विधानसभा में इस मुद्दे पर आवाज उठाएगा। जब तक इस सरकार को सत्ता से हटाया नहीं जाता, हमारा आंदोलन जारी रहेगा।' जब पूछा गया कि क्या भाजपा इस मामले में सीबीआई जांच की मांग करेगी, तो उन्होंने कहा, 'यह सीबीआई का विषय नहीं है। राज्य सरकार को अब राजनीति से ऊपर उठकर काम करना होगा। बंगाल में न्याय अब जनता की अदालत में होगा। दोषियों को निकाल फेंकना ही होगा, तभी बंगाल में शांति बहाल हो सकेगी।'