कोलकाता : विधानसभा में वॉकआउट के साथ-साथ भाजपा ने कमोडिटी की कीमतों में बढ़ोतरी के खिलाफ अनोखा विरोध भी जताया। विपक्षी दल के नेता शुभेंदु अधिकारी की पहल पर बीजेपी विधायकों ने विधानसभा के सामने प्रतीकात्मक सब्जियां बेचीं। उनका दावा है कि इस दिन 40 रुपये के आलू को 10 रुपये में बेचा गया।
बाजार में सब्जियों की बेतहाशा मूल्य वृद्धि के विरोध में भाजपा ने शुक्रवार को विधानसभा में स्थगन प्रस्ताव पेश किया। स्थगन प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान बीजेपी ने सत्र कक्ष से वॉकआउट कर दिया। गले में सब्जियों की तख्तियां लटकाकर विधानसभा परिसर में विरोध प्रदर्शन करने के साथ-साथ विपक्षी दल के नेता को अनोखे अंदाज में 1 से 10 तक के पहाड़ा पढ़ते हुए दिखे। शुभेंदु ने कहा, “20 एकम आलू, 20 दूनी आलू, 20 तियां टमाटर, 20 चौक शिमला मिर्च, 20 पंचे लहसुन, 20 छके अदरक, 20 सते बीन्स, 20 अठे मटर!” वहीं, बीजेपी विधायकों ने नारे लगाए, ‘Eto Daam Khaabo Ki, Mamata Jabe Ki!’ भाजपा विधायक विधानसभा गेट के सामने सब्जी बेचते भी नजर आ रहे हैं। उन्होंने बताया कि उन्होंने अपनी सब्जियां बाजार से काफी कम कीमत पर बेचीं, जिस बाजार में आलू 40 रुपये प्रति किलो बिक रहा था, वहां आलू 10 रुपये प्रति किलो बिक रहा था।
विपक्ष प्रचार के लिए नाटक कर रहा
हालांकि, सत्ताधारी खेमा आज बीजेपी के विरोध को महत्व देने से कतरा रहा था। तृणमूल नेता कुणाल घोष ने कहा, “कीमतों में बढ़ोतरी की खबर मिलते ही मुख्यमंत्री ने कार्रवाई की। अब बाजार में सब्जियों की कीमतें नियंत्रण में हैं। हालांकि, विपक्ष प्रचार के लिए नाटक कर रहा है।” विधानसभा के मंत्री शोभनदेव चट्टोपाध्याय ने भी विधानसभा में यही बात कही।
बाद में बीजेपी विधायक अग्निमित्रा पॉल ने शिकायत की, “किसानों को दाम नहीं मिल रहा है जबकि लोग बाजार में सब्जियां नहीं खरीद पा रहे हैं। ऐसा इसलिए है क्योंकि टिड्डे दलाली कर रहे हैं। फसल के दाम बढ़ने का यही कारण है।”