

कोलकाता : काशीपुर थाना इलाके में बैंकिंग ऐप डाउनलोड कराने के नाम पर 60 वर्षीय एक वृद्ध से 1,30,999 रुपये की ऑनलाइन ठगी करने वाले छह साइबर ठगों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। आरोपितों में सोनी मन्ना (20), आयुष मिद्दा (20), बाबाई सील (24), पल्लव शेख (23), राहुल गुप्ता (24) और अमित कर्मकार (23) शामिल हैं।
घटना की जानकारी गन एंड शेल फैक्ट्री इलाके के निवासी दिलीप कुमार सिंह (60) ने 7 अक्टूबर को काशीपुर थाने में दी। शिकायत के अनुसार, सितंबर के अंत में वे एक बैंकिंग ऐप डाउनलोड करने की कोशिश कर रहे थे, लेकिन असमर्थ थे। इसी दौरान कुछ अज्ञात फोन करने वाले खुद को एक राष्ट्रीयकृत बैंक का अधिकारी बताकर दिलीप को एक लिंक भेजते हैं। यह लिंक डाउनलोड करते ही उनके बैंक खाते से 1,30,999 रुपये अचानक गायब हो गए।
इस मामले की जांच शुरू कर काशीपुर पुलिस ने 10 अक्टूबर को दो आरोपितों, सोनी मन्ना और आयुष मिद्दा को बेहला थाना क्षेत्र से गिरफ्तार किया। इनसे पूछताछ के बाद पुलिस ने गिरोह के चार अन्य सदस्यों बाबाई सील, पल्लव शेख, राहुल गुप्ता और अमित कर्मकार को हरिदेवपुर और रीजेंट पार्क थाना क्षेत्रों से गिरफ्तार किया।
पुलिस सूत्रों ने बताया कि ये आरोपी साइबर अपराध में प्रशिक्षित थे और वृद्ध लोगों को निशाना बनाकर बैंकिंग ऐप डाउनलोड करने के बहाने उनसे ऑनलाइन ठगी करते थे। उन्होंने धोखाधड़ी के लिए लिंक भेजकर खाते से पैसे निकाल लिए।
सभी आरोपितों को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया गया, जहां सोनी मन्ना और आयुष मिद्दा को 15 अक्टूबर तक पुलिस हिरासत में रखा गया है। वहीं, बाकी चार आरोपितों को 18 अक्टूबर तक पुलिस हिरासत में भेजा गया है, ताकि उनसे घटना के और पहलुओं की जानकारी ली जा सके।
काशीपुर थाना के अधिकारी ने जनता से अपील की है कि वे किसी भी अनजान लिंक पर क्लिक न करें और बैंक से जुड़े किसी भी जानकारी के लिए सीधे बैंक की आधिकारिक वेबसाइट या कस्टमर केयर से संपर्क करें। उन्होंने बताया कि इस तरह के साइबर अपराधों में सावधानी ही सबसे बड़ा सुरक्षा कवच है।
यह घटना एक बार फिर साइबर ठगों की नापाक साजिशों को उजागर करती है और आवश्यक सुरक्षा उपायों को अपनाने की जरूरत को रेखांकित करती है। पुलिस ने कहा है कि वे ऐसे अपराधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई जारी रखेंगी ताकि आम जनता सुरक्षित महसूस कर सके।