

कोलकाता : पूर्व कोलकाता टाउनशिप क्षेत्र के निवासी एक स्कूल शिक्षक के बैंक खाते से लाखों रुपये की साइबर ठगी का मामला सामने आया है। पीड़ित शिक्षक ने इस घटना को लेकर आनंदपुर थाने में शिकायत दर्ज कराई है। आरोप है कि जालसाजों ने उनके खाते से 8.46 लाख रुपये की ठगी की है। आरोप है कि जब वह एसआईआर काम में व्यस्त थे तभी उसके साथ ठगी की गयी।
क्या है पूरा मामला
पीड़ित शिव कुमार यादव के अनुसार, उनका एक सरकारी बैंक की बालीगंज शाखा में खाता है। वह निर्वाचन आयोग के एसआईआर कार्य के लिए बी.एल.ओ. के रूप में नियुक्त थे । 22 दिसंबर 2025 को दोपहर करीब 2 बजे, एसआईआर से संबंधित कार्य के दौरान उन्होंने अपने मोबाइल पर कुछ अनधिकृत संदेश देखे। इसके बाद वह तुरंत बैंक पहुंचे, जहां बैंक अधिकारियों ने उन्हें बताया कि दोपहर 12.29 बजे से 2.50 बजे के बीच उनके खाते से कई फर्जी और अनधिकृत लेन-देन हुए हैं। खाते के विवरण के अनुसार, पहले 47 हजार रुपये की अनधिकृत निकासी की गई। इसके बाद उनकी सावधि जमा (एफडी) के खिलाफ 8 लाख रुपये का पी.ए.पी.एल. खाता खोला गया और वह राशि उनके बचत खाते में जमा कर दी गई। इसके तुरंत बाद पांच अलग-अलग लेन-देन के जरिए 7.99 लाख रुपये धोखाधड़ी से निकाल लिए गए । पीड़ित ने स्पष्ट किया कि उन्होंने किसी को भी ओटीपी साझा नहीं किया, न ही किसी संदिग्ध लिंक पर क्लिक किया और न ही उन्हें किसी ठग का फोन आया। इस साइबर ठगी की शिकायत उन्होंने 22 दिसंबर 2025 को शाम करीब 4 बजे साइबर अपराध हेल्पलाइन 1930 और साइबरक्राइम पोर्टल पर दर्ज कराई।
पीड़ित ने प्रशासन और पुलिस से मामले की गहन जांच कर उनकी जीवनभर की बचत—जो एक स्कूल शिक्षक की कड़ी मेहनत की कमाई है—को जल्द से जल्द बरामद करने की अपील की है। पुलिस और साइबर अपराध विभाग द्वारा मामले की जांच जारी है।