

सन्मार्ग संवाददाता
कोलकाता : दशहरा के भव्य आयोजन की अपार सफलता के बाद साल्टलेक सांस्कृतिक संसद द्वारा आयोजित दीपावली प्रीति सम्मेलन रविवार, 26 अक्टूबर को विधाननगर स्थित डाउन टाउन मॉल के मेवाड़ बैंक्वेट में हर्षोल्लास के साथ संपन्न हुआ। सम्मेलन के प्रमुख आकर्षण रहे राजेश सदानी, जिन्होंने पुराने हिंदी गीतों की लाइव प्रस्तुति देकर सभी उपस्थित अतिथियों को मंत्रमुग्ध कर दिया। संस्था के चेयरमैन एवं ट्रस्ट बोर्ड के सदस्य ललित बेरीवाला ने सभी अतिथियों का आभार व्यक्त करते हुए दीपावली की हार्दिक शुभकामनाएं दीं। उन्होंने कहा कि दीपावली केवल एक त्योहार नहीं, बल्कि संस्कृति, आस्था, अध्यात्म और लोकजीवन की सामूहिक अनुगूंज है। यह भारतीय संस्कृति का सबसे उज्ज्वल और अलौकिक पर्व है। संस्थान के अध्यक्ष संजय अग्रवाल ने अपने स्वागत भाषण में कहा कि दीपों का यह महापर्व हजारों वर्षों से सनातन परंपरा का प्रतीक रहा है। यह केवल धार्मिक पर्व नहीं, बल्कि भारतीय मानस की आध्यात्मिक गहराइयों और सामाजिक चेतना से जुड़ा हुआ उत्सव है।
संस्था के सचिव अमित पोद्दार ने कहा कि दीपावली केवल दीप जलाने का पर्व नहीं, बल्कि अंधकार से प्रकाश, अज्ञान से ज्ञान और आसुरी वृत्तियों से दैवी चेतना की ओर यात्रा का प्रतीक है। कार्यक्रम की सांस्कृतिक कमान लखन धोना, चंद्र प्रकाश कंदोई तथा अनुराग गुप्ता ने संभाली। उनके नेतृत्व में विभिन्न रंगारंग सांस्कृतिक प्रस्तुतियों ने सभी का मन मोह लिया। कार्यक्रम को सफल बनाने में ललित प्रह्लादका, सुशील पोद्दार, सुशील चौधरी, रमेश नांगलिया, संदीप गर्ग, अमर भरतिया का प्रमुख योगदान रहा। कार्यक्रम में संजय अग्रवाल, ललित बेरीवाला, प्रदीप तोदी, जगदीश प्रसाद अग्रवाल, राधेश्याम गुप्ता, अमित पोद्दार, दीपक गोयनका, संजय रूंगटा, विक्रम खजांची, सुरेश गुप्ता, रमाकांत बेरीवाला, महेश कुमार अग्रवाल, महेन्दर कुमार अग्रवाल, सुभाष चंद्र जैन, सुरेन्द्र गोयल, विनय दुबे, अशोक हवेलिया, सुभाष खेरैया, नितिन सिंघी, राजेश अग्रवाल, रवीन्द्र दारूका, संजय पोद्दार, दिनेश अग्रवाल, कमल अग्रवाल, मनोज गोयल एवं अन्य उपस्थित थे।