

कोलकाता: स्वामी रामकृष्ण परमहंस स्वामी विवेकानंद के गुरु, महान संत, विचारक और आध्यात्मिक गुरू थे माना जाता है कि स्वामी रामकृष्ण परमहंस भगवान विष्णु के अवतार थे। उनका जन्म साल 1836 में पश्चिम बंगाल के कामारपुकुर गांव में हुआ था। स्वामी जी के बचपन का नाम गधाधर था और अल्पायु में ही उनके पिता का देहांत हो गया था। मात्र बारह साल की उम्र में उन्होंने पढ़ाई छोड़ दी थी और परिवार की जिम्मेदारी उनके सिर आ गई थी। स्वामी रामकृष्ण परमहंस कुशाग्र बुद्धि के थे और उन्हें पुराण, महाभारत, भगवद् गीता और रामायण कंठस्थ थी। आज स्वामी जी की पुण्यतिथि पर जानिए उनके कुछ विचारों के बारे में जिन्हें जीवन में उतार लेने पर जिंदगी में सकारात्मकता आ जाएगी।
स्वामी रामकृष्ण परमहंस के अनमोल वचन