Rajya Sabha : डोला सेन ने उठाए गंभीर मुद्दे

Rajya Sabha : डोला सेन ने उठाए गंभीर मुद्दे
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सर्जना शर्मा

नयी दिल्ली : ऑल इंडिया तृणमूल कांग्रेस सांसद डोला सेन ने राज्यसभा में बजट पर चर्चा के दौरान अपने 10 मिनट के भाषण में अनेक गंभीर मुद्दे उठाए और सभापति को कुछ सुझाव भी दिए। डोला सेन ने खाद्यान्न के कम होते उत्पादन और किसान की घटती आय पर चिंता जतायी। उन्होंने कहा केंद्र को बंगाल सरकार से कुछ सीखना चाहिए। ममता दीदी की सरकार ने किसानों की आय तीन गुणा बढ़ा दी है। लेकिन केंद्र को किसानों की परवाह नहीं है किसान परेशान हो कर आत्महत्या कर रहे हैं। डोला सेन ने केंद्र सरकार को कहा कि वे देश के अन्नदाता के बारे में सोचें और उनकी फसलों का न्यूनतम समर्थन मूल्य कानूनी रूप से तय करे।
डोला सेन ने कहा कि उनको उम्मीद थी कि सरकार समझदारी दिखाते हुए मध्यम वर्ग पर टैक्स का बोझ कम करेगी लेकिन इस बजट में ऐसा नहीं हुआ। प्रधानमंत्री और वित्त मंत्री ने गरीब को गरीब और अमीर को और अमीर बनने दिया। जबकि टैक्स का भार आम आदमी पर नहीं अमीरों पर बढ़ाया जाना चाहिए। टीएमसी सांसद ने जीएसटी संग्रह पर भी सवाल उठाए उन्होंने कहा कि जीएसटी संग्रह में देश के बड़े अमीरों का योगदान केवल तीन फीसदी है जबकि बाकी सारा जीएसटी आम इंसान दे रहा है। उन्होंने कहा आम आदमी के हाथ में आज पैसा नहीं बचता है उसके पास पैसा ही नहीं है 70 फीसदी लोग गरीबी रेखा से नीचे जी रहे हैं। ममता दीदी की सरकार गरीब आदमी का बहुत ध्यान रखती है उसके खाते में पैसे देती है।
डोला सेन ने सभापति को सुझाव दिया कि विपक्ष को सप्ताह में एक बार किसी गंभीर विषय पर चार घंटे बहस का मौका दिया जाए और पंद्रह दिन में एक बार ध्यानाकर्षण प्रस्ताव पर चर्चा का मौका दिया जाना चाहिए क्योंकि विपक्ष चाहता है कि सदन चले और देश के आम आदमी से जुड़े विषय सदन में उठाए जाएं ।

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