
सन्मार्ग संवाददाता
कोलकाता : सोमवार को कोलकाता एयरपोर्ट से कतर एयरवेज की एक उड़ान के प्रस्थान में लैंडिंग गियर में संदिग्ध खराबी के कारण 5 घंटे की देर हुई। यह उड़ान संभवतः हाइड्रोलिक्स या इलेक्ट्रिकल समस्या के कारण देर से गयी है। इससे यात्रियों को भारी समस्या का सामना करना पड़ा। सोमवार को उपयोग में लाया गया विमान बोइंग बी 787-8 ट्विनजेट था। इस सेक्टर पर एयरलाइन इस विमान और एयरबस ए 350-900 ट्विनजेट के बीच बारी-बारी से उपयोग करती है। उड़ान क्यूआर 540 निर्धारित समय से लगभग 6 मिनट पहले, रात के 2.14 बजे कोलकाता पहुंची। हालांकि, वापसी उड़ान क्यूआर 541 लगभग 5 घंटे की देरी से रवाना हुई। सूत्रों के अनुसार, पायलटों को या तो लैंडिंग से पहले लैंडिंग गियर के खुलने में समस्या का सामना करना पड़ा या कॉकपिट के इंस्ट्रूमेंट पैनल पर लैंडिंग गियर से संबंधित किसी समस्या का अलर्ट मिला।
मुख्य बातें
1. लैंडिंग गियर की संदिग्ध खराबी
2. उड़ान में बोइंग बी 787-8 ट्विनजेट का उपयोग किया गया था
3. वापसी उड़ान क्यूआर 541 सुबह 3.50 के बजाय सुबह 9.40 बजे रवाना हुई।
4. इंजीनियरों ने लैंडिंग गियर की जांच की और समस्या हल कर बोर्डिंग शुरू की।
5. 6 दिन पहले हवाई क्षेत्र बंद होने के कारण कतर एयरवेज की उड़ानों में क्रमशः 10 और 5 घंटे की देरी हुई थी।
सुबह 9.40 बजे रवाना हुई उड़ान
यात्रियों के विमान से उतरने के बाद, दोहा जाने वाले यात्रियों की बोर्डिंग को रोक दिया गया, जबकि इंजीनियरों ने लैंडिंग गियर, जिसमें हाइड्रोलिक्स शामिल थे, की जांच कर समस्या को हल किया। एयरपोर्ट अधिकारी ने बताया कि समस्या को सुबह 8.15 बजे के आसपास हल कर लिया गया, जिसके बाद बोर्डिंग शुरू हुई। उड़ान अंततः सुबह 3.50 बजे के बजाय सुबह 9.40 बजे रवाना हुई। 6 दिन पहले, ईरानी मिसाइलों द्वारा कतर की राजधानी के पास एक अमेरिकी एयरपोर्ट पर हमले के बाद कतर में हवाई क्षेत्र के बंद होने के कारण कतर एयरवेज की दोहा जाने वाली उड़ान लगभग 10 घंटे की देरी के बाद केवल 11 यात्रियों के साथ रवाना हुई थी। उससे एक सप्ताह पहले, पश्चिम एशिया में भू-राजनीतिक अशांति के कारण एक अन्य कतर उड़ान में भी 5 घंटे की देरी हुई थी।