

रामबालक, सन्मार्ग संवाददाता
कोलकाता : तारातल्ला रोड (टीजी रोड) स्थित सार्वजनिक हनुमान मंदिर श्रद्धा, आस्था और भक्ति का एक जीवंत केंद्र बन चुका है। सप्ताह के सातों दिन यहां भक्तों का निरंतर समागम रहता है। विशेष रूप से मंगलवार और शनिवार को विशेष पूजा-अर्चना के कारण मंदिर में लगभग एक हजार तक श्रद्धालु दर्शन के लिए पहुंचते हैं। मंगलवार को खीर का प्रसाद और शनिवार को खिचड़ी का भोग अर्पित किया जाता है। करीब 21 वर्ष पुराने इस मंदिर का क्षेत्रफल लगभग 150 से 200 वर्गफुट है, लेकिन आस्था के विस्तार में यह सीमाएं बहुत छोटी प्रतीत होती हैं। मंदिर से दो पुजारी परिवारों का भरण-पोषण भी होता है। मंदिर में फतेहपुर, बनारतला, पन्नाश्री और बेहला सहित आसपास के इलाकों से बड़ी संख्या में श्रद्धालु यहां आते हैं। जींजीरा बाजार से रामनगर की ओर जाने वाले मार्ग पर मैला डिपो के पास स्थित यह मंदिर रनिंग एरिया में होने के कारण यहां दिनभर चहल-पहल रहती है। मंदिर प्रातः 5 बजे से दोपहर एक बजे तक तथा सायंकाल को कुछ समय के लिए दर्शन के लिए खुला रहता है।
मंदिर के निर्माणकर्ता ने यह बताया
मंदिर के निर्माणकर्ता समाजसेवी व पार्षद सत्येंद्र सिंह के अनुसार यह मंदिर अत्यंत जागृत है। उन्होंने बताया कि निर्माण कार्य के दौरान साक्षात नाग-नागिन के दर्शन हुए, जिससे लोगों की आस्था और भी प्रबल हुई। एक रोचक प्रसंग साझा करते हुए उन्होंने कहा कि निर्माण के समय आर्थिक संकट के बीच एक सज्जन ने बिना मांगे 20 हजार रुपये की सहायता की। इसके बाद चितपुर से मूर्ति के लिए भी सहयोग प्राप्त हुआ। सिंह ने बताया कि पहले यह इलाका ‘मैला डिपो’ के नाम से जाना जाता था, लेकिन अब हनुमान मंदिर के कारण इलाके की पहचान बदल गई है। आगे रामनगर मोड़ के आसपास के क्षेत्र को ‘हनुमान नगर’ नाम देने की पहल भी की जा रही है। बजरंगबली की कृपा से इलाके में विकास कार्य तेजी से हो रहे हैं और लोगों में भक्ति की भावना सुदृढ़ हुई है। वर्ष में एक बार भव्य महाअष्टयाम का भी आयोजन धूमधाम से किया जाता है।