

एयरपोर्ट पर यात्रियों को करना पड़ रहा है लंबा इंतजार
सन्मार्ग संवाददाता
कोलकाता : कोलकाता एयरपोर्ट पर फास्ट ट्रैक इमिग्रेशन सिस्टम में आ रही समस्या के कारण यात्रियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। उल्लेखनीय है कि कोलकाता सहित भारत के प्रमुख अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट्स पर यात्रियों के लिए 'फास्ट ट्रैक इमिग्रेशन - ट्रस्टेड ट्रैवलर प्रोग्राम' (एफटीआई-टीटीपी) की शुरुआत हो चुकी है, लेकिन यहां पर यात्रियों में इस सुविधा का इस्तेमाल करने के लिए अभी जागरूकता की कमी है। इस नए प्रोग्राम का उद्देश्य इमिग्रेशन प्रक्रिया को तेज, सुरक्षित और परेशानी मुक्त बनाना है, लेकिन कोलकाता एयरपोर्ट पर सिर्फ 20 से 25 यात्री प्रतिदिन ही इसका लाभ उठा रहे हैं, जबकि एयरपोर्ट पर हर दिन लगभग 5000-6000 अंतरराष्ट्रीय यात्री आते हैं।
एयरपोर्ट डायरेक्टर डॉ. प्रबत रंजन बेउरिया ने कहा कि इस सेवा का उद्देश्य यात्रियों के लिए इमिग्रेशन प्रक्रिया को तेज, सुरक्षित और परेशानी मुक्त बनाना है। इस प्रोग्राम का उद्देश्य इमिग्रेशन प्रक्रिया को तेज, सुरक्षित और परेशानी मुक्त बनाना है। यह सेवा भारतीय नागरिकों और ओसीआई (ओवरसीज सिटीजन ऑफ इंडिया) कार्डधारकों के लिए उपलब्ध है। यात्रियों को इमिग्रेशन चेकपॉइंट पर अलग फास्ट ट्रैक लेन मिलेगी, जिससे प्रतीक्षा समय चार गुना कम हो जाएगा। इस सेवा का लाभ उठाने के लिए यात्रियों को https://ftittp.mha.gov.in पर ऑनलाइन आवेदन करना होगा। आवेदन में बायोमेट्रिक डेटा और पृष्ठभूमि जांच की प्रक्रिया शामिल है। आवेदन स्वीकृत होने के बाद, यात्री को बायोमेट्रिक एनरोलमेंट के लिए सूचित किया जाएगा और पंजीकरण प्रक्रिया को पूरा करना होगा।
कोलकाता में सीमित उपयोग
एयरपोर्ट पर अंतरराष्ट्रीय यात्रियों की संख्या लगभग 5000-6000 होती है, लेकिन इस नई सेवा का उपयोग प्रतिदिन सिर्फ 20 से 25 यात्री ही कर रहे हैं। इसमें भी जो लोग इसका इस्तेमाल कर रहे हैं, उनका कई बार तकनीकी कारणों से बायोमैट्रिक काम नहीं कर रहा है। इससे भी यात्रियों को दिक्कत हो रही है। ऐसे में इमिग्रेशन कर्मी उन्हें मैनुअली इमिग्रेशन काउंटर से बाहर निकल दे रहे हैं लेकिन यह समस्या काफी गंभीर है। इस बारे में एक अधिकारी ने बताया कि हाल ही में इसे लगाया गया है। जो भी तकनीकी समस्या हो रही है, उसे ठीक किया जा रहा है। अपडेट का काम चल रहा है। यात्रियों को कोई दिक्कत न हो, इसका पूरा ख्याल रखा जा रहा है। यह सेवा बहुत ही सरल और उपयोगकर्ता के अनुकूल है। इस स्वचालित प्रणाली का उपयोग करके इमिग्रेशन प्रक्रिया को केवल 30 सेकंड में पूरा कर सकते हैं।
प्रोसेस और सुविधाएं
'फास्ट ट्रैक इमिग्रेशन' सेवा के तहत कोलकाता एयरपोर्ट पर 8 ई-गेट लगाए गए हैं, जिनमें से 4 आगमन और 4 प्रस्थान के लिए हैं। यह प्रणाली पूरी तरह से ऑटोमेटेड है और इसमें मानवीय हस्तक्षेप की जरूरत नहीं होती। यात्री को सबसे पहले अपना बोर्डिंग पास और पासपोर्ट ई-गेट पर स्कैन करना होता है, फिर एक अंगुली का फिंगरप्रिंट रीडर पर रखना होता है और कैमरे में फोटो लेना होता है। इसके बाद सत्यापन होते ही गेट खुल जाते हैं और इमिग्रेशन मंजूरी मिल जाती है। यह पूरी प्रक्रिया केवल 30 सेकंड में पूरी हो जाती है, जो वर्तमान समय का 1/4 है। इस नई प्रणाली से यात्रियों को बड़ी राहत मिलेगी।