

कोलकाता : सॉल्टलेक स्थित युवा भारती क्रीड़ांगन में पिछले सप्ताह लियोनेल मेस्सी के कार्यक्रम के दौरान हुई अव्यवस्था और तोड़फोड़ के मामले की जांच कर रही विशेष जांच टीम (एसआईटी) ने शुक्रवार को कार्यक्रम के मुख्य आयोजक शताद्रु दत्ता के हुगली जिले के रिसड़ा स्थित आवास पर छापेमारी की। इस दौरान पुलिस को दत्ता के आलीशान तीन मंजिला मकान में एक विशाल कार्यालय के पास स्विमिंग पूल और छत पर बना फुटबॉल मैदान मिला। सूत्रों के मुताबिक, जांच अब केवल भीड़ प्रबंधन में हुई चूक तक सीमित नहीं है, बल्कि बड़े पैमाने पर वित्तीय अनियमितताओं की भी आशंका जताई जा रही है। हालांकि, जांच अधिकारियों ने कहा कि यह तलाशी एक औपचारिक प्रक्रिया का हिस्सा थी। छापेमारी के दौरान कई दस्तावेजों और समझौता पत्रों की जांच की गई, लेकिन कोई भी सामग्री जब्त नहीं की गई। विधाननगर पुलिस के डिटेक्टिव विभाग की एक टीम शनिवार तड़के पहले रिसड़ा थाने पहुंची और फिर स्थानीय पुलिस की मदद से शताद्रु दत्ता के घर गई। टीम में महिला पुलिसकर्मियों सहित कुल पांच अधिकारी शामिल थे। उस समय घर में केवल एक घरेलू सहायिका मौजूद थी। पुलिस ने उससे पूछताछ की और घर के सभी कमरों की बारीकी से तलाशी ली। घर से निकलते समय एक पुलिस अधिकारी ने कहा, “जांच जारी है, इसलिए इस वक्त कुछ भी कहना उचित नहीं होगा।” गौरतलब है कि 13 दिसंबर को युवा भारती स्टेडियम में आयोजित मेस्सी कार्यक्रम के दौरान भारी अराजकता, तोड़फोड़ और भीड़ के बेकाबू होने की घटनाएं सामने आई थीं। इसके बाद बिधाननगर पुलिस ने मुख्य आयोजक होने के नाते शताद्रु दत्ता को गिरफ्तार किया था। पुलिस का आरोप है कि कार्यक्रम की योजना और क्रियान्वयन में गंभीर लापरवाही के कारण स्टेडियम के अंदर और बाहर हालात बेकाबू हो गए।
मेस्सी कार्यक्रम में 100 करोड़ के लेनदेन पर पुलिस की नजर!
इसी बीच, एसआईटी की जांच में करीब 100 करोड़ रुपये की कथित वित्तीय अनियमितताओं का भी खुलासा होने का दावा किया जा रहा है। जांचकर्ताओं का कहना है कि प्रारंभिक जांच में आयोजन समिति और उससे जुड़े सहयोगी आयोजकों की अवैध वित्तीय लेनदेन में संलिप्तता के संकेत मिले हैं, जिनका सीधा संबंध मेस्सी कार्यक्रम से है। पुलिस का आरोप है कि फुटबॉल स्टार के साथ एक-एक तस्वीर के लिए 10 लाख से 30 लाख रुपये तक वसूले गए, लेकिन इन भुगतानों का कोई दस्तावेजी रिकॉर्ड मौजूद नहीं है। पूरी राशि कथित तौर पर नकद में ली गई और इसे बेहिसाब काला धन माना जा रहा है। इसके अलावा, पुलिस ने यह भी दावा किया है कि लगभग 50 प्रतिशत टिकट बिक्री का कोई रिकॉर्ड नहीं रखा गया। युवा भारती स्टेडियम की दर्शक क्षमता 66,000 है। आयोजन समिति का दावा है कि केवल आधे टिकट बेचे गए और बाकी मुफ्त में बांटे गए, लेकिन पुलिस का कहना है कि इतने बड़े व्यावसायिक आयोजन में ऐसा करना भारी आर्थिक नुकसान का कारण बनता, जो तर्कसंगत नहीं लगता। एक सूत्र ने कहा, “इसी वजह से टिकट बिक्री प्रक्रिया में जानबूझकर पारदर्शिता नहीं रखी गई, ऐसा प्रतीत होता है।”