सीएम के नाम व तस्वीर का दुरुपयोग कर ऋण ठगी का गिरोह सक्रिय

पश्चिम बंगाल पुलिस ने जारी की साइबर फ्रॉड की चेतावनी
फाइल फोटो
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कोलकाता : राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के नाम और तस्वीर का दुरुपयोग कर एक संगठित साइबर ठग गिरोह सक्रिय हो गया है। ठग सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स जैसे फेसबुक और व्हाट्सऐप पर फर्जी विज्ञापन और वीडियो प्रसारित कर आसान शर्तों पर तत्काल ऋण देने का लालच दे रहे हैं। इनमें बिना सिबिल स्कोर जांच के सरकारी अनुमोदित ऋण योजनाओं का झूठा दावा किया जा रहा है। पश्चिम बंगाल पुलिस ने इस संबंध में आमजन को सतर्क रहने की अपील की है। पुलिस के अनुसार, ये विज्ञापन पूरी तरह फर्जी हैं और इनका उद्देश्य लोगों को ठगना है। ठग पीड़ितों से अज्ञात लिंक पर क्लिक करवाते हैं या फर्जी ऐप इंस्टॉल कराने के बाद आधार कार्ड, पैन कार्ड, बैंक डिटेल्स और ओटीपी मांगते हैं। कई मामलों में अग्रिम प्रोसेसिंग फीस के नाम पर राशि भी वसूल ली जा रही है। पैसा लेने के बाद ठग संपर्क काट देते हैं या व्यक्तिगत जानकारी का दुरुपयोग करते हैं।।

ठगी का तरीका: कैसे कर रहे हैं धोखा?

ठग फेसबुक, व्हाट्सऐप जैसे प्लेटफॉर्म्स पर विज्ञापन चलाकर दावा करते हैं कि सरकारी अनुमोदित योजनाओं के तहत बिना सिबिल स्कोर जांच के और बिना किसी प्रक्रिया के तुरंत ऋण मिलेगा। पीड़ितों से अज्ञात लिंक पर क्लिक करवाया जाता है या फर्जी ऐप इंस्टॉल कराया जाता है। इसके बाद आधार कार्ड, पैन कार्ड, बैंक डिटेल्स और ओटीपी मांगे जाते हैं। कई मामलों में प्रोसेसिंग फीस के नाम पर अग्रिम पैसे भी वसूले जाते हैं। राशि लेते ही ठग संपर्क तोड़ देते हैं या व्यक्तिगत जानकारी का दुरुपयोग करते हैं।

पुलिस का स्पष्ट बयान: कोई सरकारी योजना नहीं

पश्चिम बंगाल पुलिस ने जोर देकर कहा है कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी या राज्य सरकार की ओर से ऐसी कोई ऋण योजना घोषित या अनुमोदित नहीं की गई है। ये सभी विज्ञापन फर्जी हैं और ठगी के इरादे से बनाए गए हैं।लोगों से अपील की गई है कि बिना सिबिल स्कोर के ऋण या सरकारी ऋण दिलाने के दावों पर विश्वास न करें। अज्ञात लिंक या ऐप इंस्टॉल करने से बचें और ओटीपी, बैंक विवरण या पहचान पत्र साझा न करें।

बचाव के उपाय: क्या करें, क्या न करें

बिना सिबिल जांच के ऋण या सरकारी योजना के नाम पर आने वाले दावों पर भरोसा न करें।

किसी अज्ञात लिंक पर क्लिक न करें या फर्जी ऐप इंस्टॉल न करें।

ओटीपी, बैंक विवरण या पहचान पत्र की जानकारी कभी साझा न करें।

ऋण केवल अधिकृत बैंक, एनबीएफसी या आधिकारिक सरकारी वेबसाइटों से ही लें।

ठगी का शिकार हों तो तुरंत करें यह काम

यदि ठगी का शिकार हो जाएं या ऐसी कोशिश का सामना करें, तो फौरन साइबर क्राइम हेल्पलाइन 1930 पर कॉल करें या पश्चिम बंगाल सरकार की साइबर क्राइम पोर्टल पर शिकायत दर्ज कराएं। लेन-देन संबंधी स्क्रीनशॉट, लिंक और फोन नंबर सुरक्षित रखें।

पुलिस ने बताया कि मामले की जांच चल रही है और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।

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